शास्त्री ने 24 साल बाद तोड़ी चुप्पी
इस बीच रवि शास्त्री ने 24 साल पुरानी कॉन्ट्रोवर्सी पर अपनी चुप्पी तोड़ी है और सौरव गांगुली के साथ हुए बस विवाद के पीछे की सच्चाई बयां की है। उल्लेखनीय है कि जब यह विवाद सामने आया था तो उसके अनुसार रवि शास्त्री ने सौरव गांगुली को टीम बस में चढ़ने नहीं दिया था। हालांकि अब शास्त्री ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि उस वक्त हम सभी का नियम था कि बस किसी का भी इंतजार नहीं करेगी, दुर्भाग्य से उस दिन गांगुली का दिन था, इसमें कोई बड़ी बात नहीं है।
टाइम्स नॉउ के साथ बात करते हुए शास्त्री ने कहा,'अगर कोई बस के लिये देरी से आता है तो बस आपका इंतजार नहीं करेगी वो चली जायेगी, फिर यह मायने नहीं रखता कि वो कौन है। उस दिन बस वो व्यक्ति सौरव गांगुली निकले। ऐसा कुछ भी नहीं है कि मेरी उनसे कोई निजी रंजिश थी।'
मीडिया की बनाई कहानियां हैं
इस दौरान जब शास्त्री से पूछा गया कि क्या गांगुली को यह घटना याद है और इसको लेकर उनके मन में कड़वाहट है तो भारतीय टीम के कोच ने जवाब देते हुए कहा कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है और हम दोनों के बीच एक शानदार बॉन्ड बना हुआ है। यह तो बस मीडिया है जिसे इस तरह के मसाले में मजा आता है।
उन्होंने कहा,'बिल्कुल नहीं, हाल ही में जब वो इंग्लैंड आये थे तो मेरी उनसे बात हुई थी। मैंने उन्हें काफी खेलते हुए देखा है। खासतौर से घरेलू क्रिकेट में हम दोनों एक ही टीम के लिये खेल चुके हैं। मैंने टाटा स्टील की टीम के लिये बतौर कप्तान खेला और गांगुली मेरे अंडर खेल चुके हैं। हमारे बीच का रिश्ता काफी पुराना है। हालांकि मीडिया को ऐसी कहानियां बुनना पसंद है। उन्हें इस तरह की भेलपूरी और चाट पसंद है जिससे वो शानदार मसाला निकालते हैं। मुझे खुद भी ऐसी कहानियां मजेदार लगती हैं।'
भारत के वापसी करने की काबिलियत
इस बीच रवि शास्त्री ने भारतीय टीम की सीरीज में वापसी करने की काबिलियत पर भी बात की और कहा कि हेडिंग्ले टेस्ट को भूल जाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा,'इंग्लैंड के खिलाफ हेडिंग्ले में मिली हार के बाद कई लोगों का मानना है कि हम वापसी नहीं कर पायेंगे, हालांकि मुझे यह कहने में कोई दिक्कत नहीं है कि हमारी टीम कभी भी वापसी करने में सक्षम है। लोगों को लॉर्डस टेस्ट को याद करना चाहिये और हमें सीरीज से बाहर होने की गलतफहमी नहीं रखनी चाहिये।'