शास्त्री की नियुक्ति पर लटकी तलवार!
अब अगर यह समिति हितो के टकराव मामले में दोषी पाई जाती है तो फिर रवि शास्त्री की नियुक्ति पर भी सवाल उठ सकते हैं। रवि शास्त्री को 2021 के टी-20 विश्व कप तक के लिए टीम का मुख्य कोच चुना गया है लेकिन अब हालात ऐसे बन रहे हैं कि शास्त्री की नियुक्ति फिर से करवाने की नौबत आ सकती है। कम से कम रिपोर्ट से मिली जानकारी तो यही इशारा कर रही है। मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) के आजीवन सदस्य संजीव गुप्ता ने समिति के तीनों सदस्यों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। इस समिति ने अगस्त में रवि शास्त्री को मुख्य कोच चुना था। बीसीसीआई अधिकारी ने कहा, 'हां, उन्हें शिकायत का जवाब हलफनामे के साथ देने के लिए कहा गया है।'
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सीएसी के साथ बढ़ सकती हैं शास्त्री की मुश्किलें-
बीसीसीआई संविधान के अनुसार सीएसी का कोई भी सदस्य क्रिकेट में कोई अन्य भूमिका नहीं निभा सकता है। ऐसे में गुप्ता ने शिकायत की है कि सीएसी के अध्यक्ष कपिल देव सीएसी के अलावा क्रिकेट कॉमेंट्री करने के अलावा एक फ्लडलाइट कंपनी के मालिक हैं साथ ही वह भारतीय क्रिकेटर्स के सदस्य हैं। इसी तरह से गुप्ता ने समिति के अन्य सदस्यों अंशुमान गायकवाड़ और पूर्व भारतीय महिला कप्तान रंगास्वामी पर भी ऐसे ही आरोप लगाए हैं। अब इस बारे में आईएएनएस से बात करते हुए एक अधिकारी ने महत्वपूर्ण जानकारी दी है।
महिला टीम के कोच पर भी आ सकती है आंच-
अधिकारी ने बताया है, "अगर समिति, जिसने भारतीय टीम के मुख्य कोच का चुनाव किया है, उनको हितो के टकराव मामले में दोषी पाया जाता है तो फिर कोच शास्त्री की नियुक्ति की प्रक्रिया को दोबारा से करना होगा। एक नई समिति का दोबारा से गठन करना होगा और कोच के नियुक्ति की पूरी प्रक्रिया को दोबारा से करना होगा। बीसीसीआई के नए संविधान को ध्यान में रखते हुए सभी चीजों को दोबारा से करना होगा।" अधिकारी ने यह भी साफ किया है कि भारतीय महिला टीम के हेड कोच वी रमन के साथ भी फिर ऐसा ही मामला फंस सकता है क्योंकि रमन की नियुक्त भी इसी समिति ने की थी। हालांकि तब यह स्थायी समिति के रूप में ना होकर एक तदर्थ समिति के तौर पर काम कर रही थी।
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