गांगुली को बताया बहादुर
अख्तर ने हेलो ऐप के साथ लाइव चैट के दाैरान यह बात कही। अख्तर ने कहा, "सौरव भारतीय टीम में बदलाव लाने वाले मुख्य व्यक्ति थे। वो मुझे डरते नहीं थे, मेरा सामना करने वाले सबसे बहादुर बल्लेबाज थे सौरव गांगुली।" यह पहला मौका नहीं जब अख्तर ने गांगुली की तारीफ की है। इससे पहले भी वह कई बार गांगुली की जमकर तारीफ कर चुके हैं।
गांगुली के काम की तारीफ की
पाकिस्तानी क्रिकेट बोर्ड पर सवाल उठाते हुए भी उन्होंने गांगुली की मिसाल पेश की थी। अख्तर ने कहा था, 'सौरव गांगुली बीसीसीआई के अध्यक्ष हैं, राहुल द्रविड़ नेशनल क्रिकेट अकैडमी की अगुवाई कर रहे हैं।' उन्होंने गांगुली और द्रविड़ का उदारण देते हुए कहा था कि इसी वजह से बीसीसीआई अच्छा काम कर रहा है।
नस्लवाद मामले पर कहा ऐसा
मौजूदा समय में नस्लवाद को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन पर बात करते हुए अख्तर ने कहा कि उन्होंने अपने पूरे करियर भारत या पाकिस्तान में भी इस तरह के व्यवहार का सामना नहीं किया। उन्होंने कहा, "सचिन तेंदुलकर कोलकाता में रन आउट हुए, लोगों ने समझा कि मेरी गलती थी। अन्यथा, मुझे इस तरह से कुछ करने की जरूरत नहीं होती। 2004 में मुझे डर था कि दोनों देशों के उत्साही लोगों के कारण ऐसा (विवाद) हो सकता है लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ। ना तो मैंने भारत में, ना पाकिस्तान में, ना ही ऑस्ट्रेलिया में मैंने इसका (नस्लवाद) अनुभव किया।"