दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त (स्पेशल सेल) एस. एन. श्रीवास्तव ने आईएएनएस को बताया, "ज्यूपिटर को पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। आईपीएल मामले में यह 30वीं गिरफ्तारी है।" आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में इससे पहले गिरफ्तार 29 लोगों में से 21 को जमानत मिल चुकी है। राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ी अजीत चंदीला सहित कुल आठ लोग अब भी तिहाड़ जेल में बंद हैं। गिरफ्तार सटोरिये ज्यूपिटर के दादा अजमेर में आभूषण विक्रेता हैं, जबकि उसके पिता अपना जीवनयापन करने के लिए कटे-फटे नोटों को बदलने का काम करते हैं।
ज्यूपिटर ने 2007 में स्नातक की शिक्षा पूरी की। इसके बाद उसके पिता ने ज्यूपिटर को एक राजगीर के निर्देशन में काम सीखने के लिए मुम्बई भेज दिया। राजगीर भी सट्टा खेलता है। श्रीवास्तव ने बताया, "सट्टेबाजी के गुर सीखने के बाद ज्यूपिटर भी सट्टेबाजी का काम करने लगा। इसके बाद वह तीन अन्य सोटोरियों, अरविंद, उदय और राजेश के संपर्क में आया और उनके साथ मिलकर अपना सट्टेबाजी गिरोह चलाने लगा। लेकिन कुछ ही महीनों के बाद विवाद हो जाने के कारण वह उनसे अलग हो गया।"
इसी बीच वह आईपीएल-6 में कथित तौर पर संलिप्त अन्य सट्टेबाजों, रमेश व्यास, अश्विनी अग्रवाल उर्फ टिंकू मैंडी, सलमान और जावेद छुटानी के संपर्क में आया। उन्होंने आगे बताया, "आईपील-5 में जैन ने एक मैच फिक्स किया था, जिसकी आशंका में जयपुर अपराध शाखा ने उसके घर पर छाप भी मारा था, लेकिन तब वह बच निकला था।"