नई दिल्ली। श्रीलंका क्रिकेट में बोर्ड और खिलाड़ियों के बीच जारी विवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है जिसके चलते अब श्रीलंका क्रिकेट टीम का इस महीने इंग्लैंड का दौरा खतरे में नजर आ रहा है। पिछले कुछ महीनों से खिलाड़ियों और क्रिकेट बोर्ड के बीच लगातार खींचतान जारी है जिसके बाद अब श्रीलंकाई प्लेयर्स ने बोर्ड की ओर से जारी किये गये सालाना सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करने से मना कर दिया है। उल्लेखनीय है कि श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड और खिलाड़ियों के बीच जारी यह विवाद सैलरी को लेकर है, जिसको लेकर हाल ही में पूर्व क्रिकेटर अरविंद डिसिल्वा ने खिलाड़ियों को पहले मैच जीतने की नसीहत देते हुए कहा था कि प्लेयर्स पहले जीतना शुरू करें उसके बाद सैलरी की बात करें।
इसके अलावा खिलाड़ियों का आरोप है कि श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के अंदर पारदर्शिता की कमी है। सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट को लेकर पहले भी टीम के सीनियर खिलाड़ी बोर्ड के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं।
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इस पूरे मुद्दे को लेकर प्लेयर्स की ओर से एक सामूहिक बयान जारी किया गया जिसमें उन्होंने कहा,' हम सभी खिलाड़ियों ने इंग्लैंड दौरे पर जाने के लिये सेट्रल कॉन्ट्रैक्ट पर साइन नहीं करने का फैसला किया है। इतना ही नहीं हम आगे होने वाले किसी और दौरे के लिये भी बोर्ड के साथ करार नहीं करेंगे।'
गौरतलब है कि हाल ही में श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने 24 खिलाड़ियों को 4 कैटेगरी के तहत सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट देने का ऐलान किया था जिस पर साइन करने के लिये खिलाड़ियों को 3 जून तक का वक्त दिया गया था। इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत खिलाड़ियों को 70 हजार से लेकर एक लाख डॉलर के बीच सैलरी दी जानी थी। इसके तहत एसएलसी ने टीम के स्टार बल्लेबाज को सबसे ज्यादा 1 लाख डॉलर की कैटेगरी में करार दिया था।
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आपको बता दें कि 'फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल क्रिकेट एसोसिएशन (एफआईसीए) से मिली जानकारी के अनुसार खिलाड़ियों ने इस मुद्दे को लेकर कहा था कि उनकी सैलरी प्रस्तावित सैलरी से 3 गुना कम है। खिलाड़ियों की ओर से करार पर साइन न करने के बाद से 18 जून से 4 जुलाई के बीच होने वाला श्रीलंका का इंग्लैंड दौरा मुश्किल में नजर आ रहा है। हालांकि खिलाड़ियों ने साफ किया है कि वो करार पर साइन नहीं करेंगे लेकिन किसी भी समय देश के लिये खेलने से इंकार नहीं करेंगे, भले ही एसएलसी उन्हें सैलरी देने से इंकार कर दे।