10 ओवर खेलने पर ही मिलेगा मैच का नतीजा
मौजूदा नियमों के अनुसार अगर किसी मैच के दौरान बारिश आ जाती है और देरी होने के चलते डकवर्थ लुईस नियम लागू होता है तो उस मैच का नतीजा निकालने के लिये कम से कम 5 ओवर का खेल होना जरूरी है। आईसीसी ने इस नियम को क्वालिफायर और सुपर 12 स्टेज तक तो ऐसे ही रखा है लेकिन नॉकआउट मैचों के लिये (सेमीफाइनल और फाइनल) कम से कम 10 ओवर का खेल होना जरूरी है। अगर 10 ओवर का खेल नहीं होता है तो रिजल्ट नहीं निकाला जा सकता है। ईएसपीएन क्रिकइंफो के अनुसार सेमीफाइनल और फाइनल मैचों के लिये रिजर्व डे रखने की वजह से आईसीसी ने यह फैसला लिया है।
अगर बारिश ने धोया सेमीफाइनल तो फिर क्या..
उल्लेखनीय है कि पिछले साल ऑस्ट्रेलिया में खेले गये महिला टी20 विश्वकप के दोनों सेमीफाइनल मैचों में बारिश का असर देखने को मिला था, जहां पर भारत और इंग्लैंड का मैच बारिश के चलते धुल गया था तो वहीं पर ऑस्ट्रेलिया-साउथ अफ्रीका के बीच का मैच 5 ओवर के डकवर्थ लुईस नियम के तहत समाप्त हुआ। ऐसे में अगर 2021 टी20 विश्वकप के सेमीफाइनल में भी बारिश आती है तो क्या होगा। इसके जवाब में आईसीसी ने पहले तो सभी नॉकआउट मैचों के लिये अतिरिक्त दिन रखा है और फिर 10 ओवर का डीएलएस मेथड, जिसके बाद भी अगर फैसला नहीं निकल पाता है तो टीमों के अपने-अपने ग्रुप स्टेज के प्रदर्शन पर नजर डाली जायेगी और ज्यादा जीत वाली टीम फाइनल में पहुंचेगी, अगर टीमें बराबर जीत के साथ पहुंची हैं तो नेट रन रेट के जरिये फैसला होगा।
पुरुष टी20 विश्वकप में पहली बार लागू होगा डीआरएस का नियम
गौरतलब है कि 2021 का टी20 विश्वकप पहला पुरुष टूर्नामेंट होगा जिसमें आईसीसी की ओर से डिसीजन रिव्यू सिस्टम (डीआरएस) लागू किया जायेगा। आईसीसी ने इसकी पुष्टि करते हुए साफ किया है कि हर टीम को प्रति पारी 2 रिव्यू लेने का मौका मिलेगा। आईसीसी ने बताया कि कोरोना महामारी को देखते हुए अंपायरिंग में कुछ कम अनुभवी अंपायर भी नजर आयेंगे जिसके चलते हर टीम को एक अतिरिक्त रिव्यू लेने का मौका दिया गया है।
आपको बता दें कि टी20 विश्वकप में पहली बार डीआरएस का इस्तेमाल साल 2018 के महिला टी20 विश्वकप टूर्नामेंट किया गया था, जबकि 5 साल से पुरुष टूर्नामेंट का आयोजन नहीं होने की वजह से 2021 में खेला जाने वाला यह पहला पुरुष टूर्नामेंट होगा जिसमें डीआरएस का इस्तेमाल किया जायेगा। आईसीसी की ओर से 2017 की चैम्पियंस ट्रॉफी में पहली बार डीआरएस का इस्तेमाल किया गया था जिसके बाद 2019 के वनडे विश्वकप और विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में भी इसे लागू किया गया।