कोहली ने बताया हार का राजः
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने हार के बाद कहा कि भारत के मुकालबे इंग्लैंड कठिन परिस्थियों में ज्यादा साहसी था और चौथे टेस्ट में दोनों पक्षों के बीच यही अंतर था, जिसके कारण घरेलू टीम ने 60 रनों से जीत हासिल कर पांच मैंचों की सीरीज में 3-1 की बढ़त बना ल। कोहली ने कहा कि हमारे मुकाबले कठिन परिस्थितियों में वे ज्यादा साहसी थे। वहीं निचले क्रम से मिला योगदान महत्वपूर्ण रहा. उन्होंने 245 रनों का कठिन लक्ष्य देने के लिए घरेलू टीम की सराहना की, जहां रन बनाना वास्तव में आसान नहीं था।
मोईन अली बने तुरुप का इक्काः
इस मुकाबले में भारत को अगर किसी ने सबसे ज्यादा दर्द दिया तो उस खिलाड़ी का नाम है मोईन अली, जिन्होंने पहली पारी में 5 तो दूसरी पारी में 4 विकेट चटकाकर भारत की कमर तोड़ दी। बता दें कि सबसे खास बात यह है कि इंग्लैंड के मोईन इस टेस्ट सीरीज में अपना पहला ही मैच खेल रहे थे और उन्होंने बल्ले और गेंद दोनों से भारत को दर्द दिया जिसके चलते भारत के हाथ से ये सीरीज फिसल गई।
बनाए शानदार रिकॉर्डः
इस बात में कोई संदेह नहीं है कि विराट और रिकॉर्ड का रिश्ता काफी करीबी है। वहीं जब दूसरी पारी में विराट ने 58 रन की पारी खेली तो बतौर कप्तान उन्होंने 4000 टेस्ट रन पूरे किए। उन्होंने ऐसा 65 पारियों में किया है, जो कि विश्व रिकॉर्ड है। विराट कोहली से पहले ये रिकॉर्ड कैरेबियाई कप्तान ब्रायन लारा के नाम था, जिन्होंने 4000 रन 71 पारियों में पूरे बनाए थे, वहीं रिकी पोंटिंग ने 75, ग्रेग चैपल ने 80, एलन बॉर्डर ने 83, क्लाइव लॉयड ने 87 और एलिस्टेयर कुक ने ऐसा 90 पारियों में किया है।