कभी न कहना नहीं सीखा
बुधवार को लक्ष्मण ने राहुल के साथ अपनी एक पुरानी फोटो शेयर की और ट्वीट कर कहा कि 'पूरे समर्पण के साथ मैच खेलने वाले राहुल द्रविड़ हमेशा एक टीम मैन रहे। उन्होंने हर चुनौती का डटकर सामना किया। किसी भी परिस्थिति में न कहना उन्होंने नहीं सीखा। उन्होंने लिमिटेड ओवर क्रिकेट में न सिर्फ विकेटकीपिंग की बल्कि टेस्ट में ओपनिंग की जिम्मेदारी भी निभाई।'
दोनों ने कोलकाता टेस्ट में निभाई थी अहम भूमिका
बता दें कि दोनों खिलाड़ियों ने मिलकर भारत को कई यादगार मैच जितवाएं हैं। लक्ष्मण-द्रविड़ ने क्रिकेट की मजबूत टीमों में से एक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड टेस्ट और कोलकाता टेस्ट में भारत की यादगार जीतों में अहम भूमिका निभाई है। इसके अलावा दोनों खिलाड़ियों में एक बात समान थी कि दोनों स्लिप पॉजिशन में काफी उम्दा फील्डिंग करते थे। राहुल द्रविड़ को बेशक टेस्ट स्पेशलिस्ट कहा जाता था लेकिन उन्होंने वनडे क्रिकेट में भी अपनी उपयोगिता साबित की है।
चुनिंदा खिलाड़ियों में शामिल हैं द्रविड़
द्रविड़ का नाम दुनिया के उन चुनिंदा खिलाड़ियों में शामिल है जिन्होंने टेस्ट और वनडे दोनों फॉर्मेट में दस हजार से ज्यादा रन बनाए हों। राहुल द्रविड़ को टेस्ट कप्तान के रूप में सबसे बड़ी कामयाबी उस समय मिली जब टीम ने 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उनके घर में टेस्ट मैच जीता था।