सहवाग नहीं अफरीदी ने बदला टेस्ट क्रिकेट में ओपनिंग का तरीका
पाकिस्तान के यूट्यूब चैनल बीस्पोर्टस से बात करते हुए इमरान खान ने टेस्ट क्रिकेट में सलामी बल्लेबाजी में बदलाव की बात करते हुए कहा कि यह वीरेंद्र सहवाग नहीं बल्कि शाहिद अफरीदी थे जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में सलामी बल्लेबाजी के तरीके को बदला।
अकरम ने कहा, ' लोग समझते हैं कि टेस्ट क्रिकेट में ओपनिंग के तरीके को बदलने का श्रेय सहवाग को जाता है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में सहवाग 1999-2000 में आए और तब तक अफरीदी टेस्ट क्रिकेट में ओपनिंग की दुनिया बदल चुके थे। एक गेंदबाज के रूप में मैं जानता था कि मैं उन्हें आउट कर सकता हूं, लेकिन साथ ही यह भी जानता था कि वह मेरी किसी भी गेंद को छक्के के लिए मार सकते हैं।'
भारत दौरे के लिये आखिरी वक्त पर हुआ था अफरीदी का चयन
उल्लेखनीय है कि शाहिद अफरीदी ने पाकिस्तान के लिये टेस्ट क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ साल 1998 में डेब्यू किया था, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में उनकी आक्रामक बल्लेबाजी को पहचान तब मिली जब वह साल 1999-2000 में भारत दौरे पर आये और पहले ही मैच में 141 रनों की पारी खेली। अफरीदी की इस तेज तर्रार पारी की वजह से पाकिस्तान को इस मैच में जीत मिली और उसने भारत के खिलाफ 2-1 से सीरीज जीती।
वसीम अकरम ने बताया कि भारत के खिलाफ इस दौरे पर शाहिद अफरीदी का चयन आखिरी वक्त पर हुआ था।
इमरान से बात करके टीम में अफरीदी को किया शामिल
वसीम अकरम ने इस वीडियो में खुलासा करते हुए बताया कि 1999 के उस भारत दौरे के लिये शाहिद अफरीदी को पाकिस्तान की टीम में नहीं चुना गया था, लेकिन वह चाहते थे कि अफरीदी उनकी टीम में खेले इसलिये उन्होंने इसको लेकर इमरान खान से बात की।
उन्होंने कहा, 'मैंने इमरान खान को फोन किया और कहा कि कप्तान मैं अफरीदी को भारत के दौरे पर ले जाना चाहता हूं लेकिन कुछ चयनकर्ता इसके लिए राजी नहीं हैं। उन्होंने मुझसे कहा कि तुम्हें इसे पक्के तौर पर ले जाना चाहिए वो एक-दो टेस्ट मैच जिता देगा और उससे ओपनिंग कराना।'
अकरम के फैसले पर खरे उतरे अफरीदी
गौरतलब है कि भारत के खिलाफ इस दौरे पर शाहिद अफरीदी ने वसीम अकरम और इमरान खान के विश्वास को सही साबित करते हुए उम्मीदों पर खरा उतरे।
उन्होंने कहा,' अफरीदी ने चेन्नई में पहले मैच में टेस्ट शतक लगाया। इससे पाकिस्तान को 1-0 की लीड लेने में मदद मिली। चेन्नई की पिच पर वह बेहद लाजवाब पारी थी वह। उसने कुंबले और जोशी की गेंदों पर छक्के जड़े।'
आपको बता दें कि शाहिद अफरीदी का टेस्ट करियर कुछ ज्यादा नहीं चल सका, उन्होंने पाकिस्तान के लिए केवल 27 टेस्ट मैच खेले हालांकि वनडे में उन्होंने 398 मैच और 99 टी मैच खेले और टीम की कमान भी संभाली।