नई दिल्ली। मैदान पर खिलाड़ी अपने खेल के साथ-साथ व्यवहार से बड़ा बनता है। साथी खिलाड़ियोंं की हौसलाअफजाई और उनका साहस बढ़ाना आपको अलग बनाता है। अजिंक्य रहाणे को उनकी सादगी के लिए जाना जाता है। उनके सादगी की बानगी देखने को मिली देवधर ट्रॉफी के फाइनल मैच में। बता दें कि सलामी बल्लेबाजों अजिंक्य रहाणे (नाबाद 144) और विकेटकीपर बल्लेबाज इशान किशन (114) की शतकीय पारियों के साथ 210 रन की साझेदारी के दम पर इंडिया-सी ने देवधर ट्रॉफी एकदिवसीय चैम्पियनशिप के फाइनल में शनिवार को इंडिया-बी को 29 रन से हराकर खिताब अपने नाम किया।
ट्रॉफी उठाने के बाद अजिंक्य रहाणे ने कुछ ऐसा काम किया जिससे लोगों ने उनकी खूब तारीफ की होगी।
दरअसल, दरअसल ट्रॉफी मिलने के बाद रहाणे ने टीम के गेंदबाज पप्पू रॉय को बुलाया और उन्हें ट्रॉफी सौंप दी। पप्पू रहाणे के खास बर्ताव से काफी खुश दिखे और उन्होंने स्माइल देते हुए फोटो खिचाई जबिक रहाणे किनारे खड़े होकर साथी खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाते नजर आए।
It was a run-fest at the Kotla & India C are crowned Deodhar Trophy champions as they clinch the final by 29 runs. pic.twitter.com/ZQSOaLwOpD
— BCCI Domestic (@BCCIdomestic) October 27, 2018
बड़े स्कोर वाले इस मैच में इंडिया-सी ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवर में सात विकेट पर 352 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा करने के बाद इंडिया-बी को 46.1 ओवर में 323 रन पर ढेर कर दिया।
इंडिया-बी के कप्तान श्रेयस अय्यर ने 114 गेंद में 11 चौके और आठ छक्कों की मदद से 148 रन बनाये लेकिन उनकी पारी टीम को जीत दिलाने नहीं दिला पाए।
विजय हजारे ट्रॉफी की खोज माने जा रहे पप्पू राय इंडिया-सी के सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने तीन विकेट लिये। रजनीश गुरबानी, नवदीप सैनी और विजय शंकर को दो-सफलता मिली।
इंडिया-सी के लिए पप्पू रॉय ने तीन विकेट चटकाए जबकि नवदीप सैनी, विजय शंकर और गुरबाणी ने दो-दो विकेट लिए। राहुल चहर को एक विकेट मिला। रहाणे को मैन ऑफ द मैच चुना गया।