नई दिल्ली। क्रिकेट के इतिहास में 70 और 80 के दशक में दुनिया भर में अपना दबदबा बनाने वाली कैरिबियाई टीम इन दिनों टेस्ट क्रिकेट में जूझती हुई नजर आती है। वनडे क्रिकेट के पहले 2 विश्व कप पर कब्जा जमाने वेस्टइंडीज टीम ने 60 और 70 के दशक में टेस्ट प्रारूप में अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। हालांकि मौजूदा कप्तान जेसन होल्डर टेस्ट प्रारूप में एक बार फिर से अपनी टीम को उस खोये हुए सम्मान के करीब ले जाना चाहते हैं।
वेस्टइंडीज के मौजूदा टेस्ट कप्तान और हफनमौला खिलाड़ी जेसन होल्डर इन दिनों अपने घर में लॉकडाउन के चलते समय बिता रहे हैं। इस बीच जेसन होल्डर विंडीज क्रिकेट डॉट कॉम से बात करते हुए जानकारी दी कि वह इस प्रारूप में कैरिबियाई टीम की खोयी हुई शान को वापस लाना चाहते हैं। हालांकि यह भी साफ किया कि वह सिर्फ एक प्रारूप तक सीमित नहीं रहना चाहते।
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उन्होंने कहा, 'मैं टेस्ट प्रारूप में वेस्टइंडीज की टीम को एक बार फिर से उस ऊंचाई पर देखना चाहता हूं जिसका पूरी दुनिया पर दबदबा था हालांकि मैं खुद को समेटना नहीं चाहता और एक ही प्रारूप में खुद को बांधना नहीं चाहता।'
उल्लेखनीय है कि जेसन होल्डर पिछले 5 सालों से टेस्ट टीम की कमान संभाल रहे हैं, साथ ही वह अब तक 86 वनडे मैचों में टीम की कप्तानी कर चुके हैं।
उन्होंने कहा, 'हां, मैं टेस्ट टीम का कप्तान हूं लेकिन मेरा सारा ध्यान वेस्टइंडीज क्रिकेट रहा है और वो सिर्फ टेस्ट क्रिकेट पर नहीं बल्कि खेल के तीनों प्रारूपों में रहा है। मुझे लगता है कि वेस्टइंडीज क्रिकेट कई तरीकों से काफी अलग है और बतौर खिलाड़ी हमें समझना होगा कि हममें से प्रत्येक को इसमें अपनी भूमिका निभानी होगी।'
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आपको बता दें कि विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के तहत खेली गई टेस्ट सीरीज में वेस्टइंडीज की टीम ने अभी तक एक भी मैच नहीं जीता है और अंक तालिका में खाता खोल पाने में नाकाम रही है। इसके अलावा जून में इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज को भी फिलहाल कोरोना वायरस के चलते टाल दिया गया है।