दोनों ने बैठकर लिया रिटायरमेंट का फैसला
युवराज सिंह के संन्यास के ऐलान के बाद योगराज सिंह ने कहा कि रिटायरमेंट का फैसला हम (पिता और बेटे) ने बैठकर लिया है। हम दोनों विश्व कप का इंतजार कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अगर युवराज विश्व कप के बाद भी खेलना चाहता तो मैं उसे खेलने नहीं देता। योगराज सिंह ने कहा कि हम दोनों ने मिलकर यह फैसला लिया था कि अगर युवी वर्ल्ड कप खेलता भी है तो वो टूर्नामेंट खत्म होने के बाद संन्यास ले लेगा। लेकिन युवराज को विश्व कप टीम में शामिल नहीं किया गया इसलिए हमने अभी संन्यास लेने का फैसला किया।
युवराज सिंह के पिता योगराज ने कही ये बड़ी बात
मीडिया से बात करते हुए युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने कहा कि उनकी भगवान से यही दुआ है कि वो अगले जन्म में युवराज सिंह के बेटे बन कर आएं और क्रिकेट में देश का नाम रौशन करूं। योगराज ने कहा कि युवराज ने कैंसर जैसी बिमारी से लड़ते हुए देश के लिए अच्छा क्रिकेट खेला। उन्हें अपने बेटे पर फक्र है। बता दें कि 12 दिसंबर 1981 को चंडीगढ़ में जन्मे युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह भी अपने समय में भारतीय टीम के लिए क्रिकेट खेल चुके हैं। योगराज बतौर तेज गेंदबाज भारतीय टीम के लिए एक टेस्ट मैच खेले हैं। इसके अलावा उन्होंने भारत की ओर से 6 वनडे मैच भी खेले हैं।
क्रिकेट कई बड़े रिकॉर्ड युवराज सिंह के नाम
बता दें कि अपने लगभग 19 साल के क्रिकेट करियर में युवराज सिंह ने कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं, जिसको तोड़ पाना दुनिया के किसी भी खिलाड़ी के आसान नहीं होगा। इससे उनके नाम सबसे बड़ा रिकॉर्ड 6 गेंद में छह छक्के मारना है। युवराज दुनिया के इकलौते ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय टी20 क्रिकेट में एक ही ओवर में लगातार 6 छक्के लगाए हैं। युवराज सिंह ने यह कारनामा इंग्लैंड के खिलाफ किया था जब उन्होंने विरोधी टीम के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के ओवर में लगातार छह छक्के जड़ दिए थे।
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