मैच रैफरी माइक डेनिस ने सचिन पर लगाया था बॉल टैंपरिंग का आरोप
साल 2001 में भारतीय टीम 3 टेस्ट मैच के लिये साउथ अफ्रीका पहुंची थी जहां पर दूसरा टेस्ट मैच खेलने के लिये टीम पोर्ट एलिजाबेथ पहुंची, यहां पर टीम को 16 से 20 नवंबर तक मैच खेलना था। मैच के तीसरे दिन जब भारतीय टीम फील्डिंग कर रही थी तभी सचिन तेंदुलकर ने अपने हाथ से गेंद को साफ किया।
सचिन तेंदुलकर के गेंद को साफ करने की इस वीडियो के आधार पर मैच रैफरी माइक डेनिस ने सचिन पर बॉल टैंपरिंग का आरोप लगाया और एक मैच का बैन लगा दिया।
सचिन के अलावा इन 5 खिलाड़ियों पर भी लगा बैन
मैच रैफरी डेनिल ने सचिन तेंदुलकर के अलावा अन्य 5 भारतीय खिलाड़ियों पर भी एक मैच का बैन लगा दिया गया। इन खिलाड़ियों में वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह, दीपदास गुप्ता, शिव सुंदर दास और सौरव गांगुली का नाम शामिल है। इसके साथ ही सभी खिलाड़ियों की मैच फीस का 75% फीस का जुर्माना लगाया था।
गौरतलब है कि क्रिकेट नियमों के अनुसार मैच के दौरान कोई भी खिलाड़ी गेंद की सीम को साफ कर सकता है लेकिन उसके लिये उसे अंपायर को बताना पड़ता है। इस मैच में सचिन तेंदुलकर अंपायर को यह बात बताना भूल गये थे जिसके चलते डेनिस ने उन पर बॉल टैंपरिंग का आरोप लगा दिया।
मैदानी अंपायर ने नहीं की थी शिकायत
उल्लेखनीय है कि जब सचिन गेंद को साफ कर रहे थे तो उस दौरान मैदान अंपायर लगातार गेंद को देख रहे थे और उन्होंने मैच रेफरी से कोई शिकायत नहीं की थी। बावजूद इसके मैच रैफरी डेनिस ने उन पर एक मैच का बैन लगा दिया।
जांच के दौरान सचिन तेंदुलकर को अंपायर को बताना भूल जाने की बात को स्वीकार किया लेकिन इस बात पर टिके रहे कि उन्होंने गेंद से कोई छेड़छाड़ नहीं की। इतना ही नहीं सचिन ने बैन को स्वीकार भी नहीं किया और मामले को
बीसीसीआई के सामने उठाया। मैच रेफरी ने सहवाग को आक्रामक अपील, हरभजन, शिवसुंदर और दीपदास को ज्यादा अपील और गांगुली को सही से टीम को नहीं संभालने के कारण बैन किया गया।
ICC को हटाना पड़ा था बैन
बीसीसीआई ने इस मामले को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के सामने उठाया। आईसीसी ने डेनिस का समर्थन किया, लेकिन दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड ने भारत का पक्ष लिया। डेनिस को तीसरे मैच में रेफरी की भूमिका से हटा दिया गया था। आईसीसी ने तीसरे टेस्ट को अनॉफिशियल करार दे दिया। हालांकि, बाद में सहवाग को छोड़कर सभी खिलाड़ियों के ऊपर से प्रतिबंध को हटा दिया गया था। सचिन के खिलाफ आरोप सिद्ध नहीं हुए।