ईडी इस बाबत इस मामले की तफ्तीश में जुटी है। वहीं युवराज की मां ने इसमें करीब 1 करोड़ रुपये निवेश किए थे जिसमें कि उनकों रिटर्न में केवल 50 लाख ही मिल सके हैं। ऐसे में अधिकारियों की मानें तो घोटाला करीब 700 करोड़ तक का हो सकता है।
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क्या होती है पोंजी स्कीमः बता दें कि पोंजी स्कीम से धोखाधड़ी का मामला कोई नया नहीं है बल्कि यह कई सालों से चल रहा है। दरअसल इसमें लोगों को कम समय में ज्यादा पैसे का लालच देकर अपने चंगुल में फंसाया जाता है औऱ फिर शहर और पहचान बदलकर कंपनी फरार हो जाती है।पौंजी स्कीम मे लोग इस विश्वास से पैसा लगाते है कि वह कम समय मे अधिक पैसा हांसिल कर सकते है। जिससे कि शुरूआत मे जुडते समय लोगो की चांदी चांदी होती है। क्योंकि उन लोगो को अन्य निवेशको के निवेश से फायदा होता है। जिससे वही लोग लालच मे आकर अधिक मुनाफा कमाने के लिए और अधिक पैसा लगाते है, जिससे बाद मे ऐसे संचालक सारा लेकर नौ-दो-ग्यारह हो जाते हैं।