नई दिल्ली। साल 1966 में इंग्लैंड को पहली बार फुटबॉल विश्व कप जिताने वाले दिग्गज खिलाड़ी जैक चार्लटन का निधन शुक्रवार को 85 साल की उम्र में हो गया। इंग्लैंड को विश्व कप जिताने वाले इस खिलाड़ी ने आयरलैंड के लिये कोच के रूप में भी काम किया था। वह इंग्लैंड के नॉर्थम्बरलैंड स्थित घर में रह रहे थे और यहीं पर लंबी बीमारी के बाद उनकी मौत हो गई। चार्लटन की मौत की खबर पर उनके परिवार ने ही पुष्टि की।
चार्लटन के परिवार की ओर से दिये गये बयान में कहा गया,'वह कई लोगों के लिए दोस्त होने के साथ-साथ प्यार करने वाले पति, पिता, दादा और परदादा थे। हम व्यक्त नहीं कर सकते कि उनके असाधारण जीवन के लिए कितने गर्वित हैं। वह एक ईमानदार, दयालु, मजाकिया और सच्चे इंसान थे।'
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वहीं इस दिग्गज खिलाड़ी की मौत से खेल जगत भी शोक में डूबा हुआ है और दिग्गज खिलाड़ियों ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए उनके योगदान को याद किया।
इंग्लैड टीम ने उनके निधन पर ट्वीट करते हुए लिखा हम उनकी मौत से काफी दुखी हैं। उल्लेखनीय है कि जैक चार्लटन के करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि थी कि वह 1966 विश्व कप के दौरान वेम्बली स्टेडियम में खेले गये फाइनल मैच में जर्मनी को एक्स्ट्रा टाइम मिलने पर भी डिफेंस को बनाकर रखा और अपनी टीम को 4-2 से जीत दिलाने में कामयाब हुए और इंग्लैंड को चैम्पियन बनाया।
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1966 में इंग्लैंड को विश्व कप विजेता बनाने में जैक चार्लटन ने अहम भूमिका निभाई थी। इस टीम में उनके भाई बॉबी चार्लटन भी थे। जैक ने 1965 से 1970 तक इंग्लैंड के लिए 35 मैच खेले और 1967 में वह इंग्लैंड के साल के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर चुने गए थे। उनका घरेलू करियर लीड्स के साथ 1952-73 तक चला था जिस दौरान उन्होंने रेकॉर्ड 773 मैच खेले।
वह 1969 में लीग खिताब सहित हर घरेलू खिताब जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे थे। वह 1986 में आयरलैंड के कोच बने और उनकी देखरेख में टीम 1990 विश्व कप के क्वॉर्टर फाइनल में पहुंची।