नई दिल्ली। फुटबाॅलर अनवर अली ने तीन साल बाद वापसी की। वह एफसी गोवा टीम में शामिल हो गए हैं। अनवर ने 2019 में खेलना छोड़ दिया था क्योंकि उनकी जिंदगी एक गंभीर दिल की बीमारी के कारण खतरे में पड़ गई थी, लेकिन अब फुटबाॅलर ने मुश्किलों को मात देते हुए फिर से खेलने का फैसला किया है। लेकिन वापसी करना भी आसान नहीं रहा क्योंकि उन्हें देश--विदेशों के डाॅक्टरों से सलाह लेनी पड़ी। साथ ही दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया, जिसके बाद वह आखिरकार खेल के मैदान में लौट आए। लेकिन अगर मैदान में खेलते हुए अनवर को कुछ होता है तो उसके जिम्मेदार फुटबाॅल प्रबंधन नहीं होगा।
अनवर अली के मेंटॉर रंजीत बजाज ने कहा, ''यह एक नरक से लड़ी हुई लड़ा थी। यह अपने आप में एक नेटफ्लिक्स सीरीज हो सकती है।'' बजाज ने अनवर अली की प्रशंसा 'वन्स-इन-ए-जेनरेशन प्लेयर' के रूप में की। 21 वर्षीय अनवर ने रविवार को वास्को में केरला ब्लास्टर्स के खिलाफ इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) मैच के लिए टीम की बेंच में जगह बनाई, जो 2-2 से ड्रॉ पर समाप्त हुआ। गाैर हो कि अनवर को दिल से जुड़ी एक दुर्लभ बीमारी 'एपिकल हाइपरकार्डियोमायोपैथी' थी, जिसके बाद अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने उन्हें फुटबॉल खेलने से मना कर दिया था।
यह भी पढ़ें- OMG : दुनिया का इकलाैता गेंदबाज, जिसने एक टेस्ट की दोनों पारियों में ली हैट्रिक
अनवर इसके कारण पिछले तीन सालों से कोई मैच नहीं खेल पाए। हालांकि इलाज करवाने के बाद अनवर ने अपना पहला मैच टेकट्रो स्वदेश अकादमी के लिए खेला और फिर मिनर्वा अकादमी के जरियेएदिल्ली एफसी के साथ जुड़ गए। अनवर ने डूरंड कप और आईलीग क्वालीफायर्स में अपना शानदार प्रदर्शन दिखाया था। उन्होंने मन बना लिया था कि वे आईएसएल में शामिल होंगे। वापसी को लेकर अनवर ने कहा, 'मुझे खुशी है कि मेरी जिंदगी का सबसे बुरा दौर अब खत्म हो चुका है। अब मेरी जिंदगी की नई शुरूआत है और मैं फुटबॉल खेलने के अवसर का स्वागत करना चाहता हूं। मुझे शीर्ष स्तर पर खेलने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा।'' अनवर ने एफसी गोवा का भी शुक्रिया किया जिन्होंने उन्हें टीम में शामिल होने की अनुमति दी। अनवर ने कहा, ''मैं एफसी गोवा का मुझ पर विश्वास बनाए रखने के लिए शुक्रिया करता हूं। मै सत्र के शुरू से ही टीम के साथ हूं और इससे मुझे उसके खेलने को तरीके को समझने में मदद मिली।''