नई दिल्ली। भारतीय फुटबॉल की सबसे बड़ी लीग आईएसएल का 7वां सीजन गोवा में खेला जा रहा है जिसका पांचवा मैच वास्को डि गामा के तिलक मैदान स्टेडियम पर खेला जायेगा। इस मैच में दो बार चैम्पियन टीम चेन्नइयन एफसी की टीम का सामना जमशेदपुर एफसी से होगा। वहीं पिछले सीजन चेन्नई एफसी की टीम के कोच रहे ओवेन कॉयले इस सीजन में जमशेदपुर एफसी के साथ कोच के तौर पर जुड़े हैं।
ओवेन कॉयले के नेतृत्व में ही चेन्नई एफसी की टीम ने पिछले सीजन में शानदार वापसी की थी और अंकतालिका में निचले पायदान से उठकर फाइनल तक का सफर तय किया था हालांकि, उनकी टीम को फाइनल मुकाबले में एटीके के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
और पढ़ें: मिक्सड मार्शल आर्टस में फिर जौहर दिखाने उतरेंगी रितु फोगाट, सामने आई नई तारीख
वहीं जमशेदपुर एफसी के पास न सिर्फ कॉयले हैं बल्कि पिछले साल लीग में सबसे ज्यादा गोल करने वाले और गोल्डन बूट विजेता नेरीजुस व्लास्किस को भी शामिल किया है। इतना ही नहीं कॉयले ने मिजोरम के डिफेंडर लालदिनलियाना रेंथलेई को भी चेन्नई की टीम के साथ जोड़ने का काम किया है। वह इन खिलाड़ियों की ताकत को जानते हैं और कैसे अपनी टीम को मजबूत बना सकते हैं यह उसी की रणनीति का हिस्सा है।
उन्होंने कहा, 'मेरा हमेशा से मानना रहा है कि जब आप पुरानी टीम के खिलाफ खेल रहे होते हैं तो उन खिलाड़ियों के साथ होते हैं जो आपके सामने खेल चुके हैं और अभी भी टॉप पर हैं, आपको उनका सम्मान करना चाहिये।'
गौरतलब है कि व्लास्किस के जुड़ने से जमशेदपुर की टीम के अटैक को मजबूती मिलेगी, हालांकि टीम के डिफेंस को लेकर कॉयले की चिंता बरकरा रहेगी क्योंकि उनकी टीम ने पिछले सीजन में 35 गोल खाये थे।
और पढ़ें: आकाश चोपड़ा ने केकेआर को दी नरेन-कमिंस को निकालने की सलाह, बताया किसे बनायें कप्तान
वहीं चेन्नइयन की टीम इस बार अपने नए कोच क्साबा लाजलो के साथ सीजन की शुरुआत करेगी, हालांकि उसके लिये उन खिलाड़ियों की जगह भरना मुश्किल होगा जो क्लब का साथ छोड़ चुके हैं। कोच लाजो को उम्मीद है कि जैकब सिल्वेस्टर और डिफेंडर एनीस सिपोविच के आने से वो पिछले खिलाड़ियों की भरपाई कर सकते हैं।