नई दिल्ली। भारतीय महिला हॉकी टीम को शुक्रवार को यूरोप दौरे के अंतिम मैच में ब्रिटेन के हाथों 2-2 से ड्रॉ खेलना पड़ा। भारत ने यूरोप दौरे का समापन एक जीत, तीन ड्रॉ और एक हार के साथ किया। सविता ने मार्लो में इंग्लैंड के साथ शुक्रवार को खेले गए पांचवें और अंतिम मुकाबले के लिए टर्फ पर उतरते ही यह बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। सविता ने शुक्रवार को भारत के लिए अपना 200वां इंटरनैशनल मैच खेला। सविता ने साल 2009 में डरबन में स्पार कप फोर नेशंस टूर्नामेंट के साथ डेब्यू किया था। सविता ने 20 साल की उम्र में सीनियर टीम के लिए डेब्यू किया था लेकिन उससे पहले वह लम्बे समय तक जूनियर टीमों के लिए खेली थीं।
ब्रिटेन के साथ हुए मैच में भारत के लिए नवजोत कौर ने आठवें और गुरजीत कौर ने 48वें मिनट में गोल किए। हाफ टाइम तक भारतीय टीम 2-0 से आगे थी लेकिन एलिजाबेथ नील द्वारा 55वें और एना टोमान द्वारा अंतिम मिनट में किए गए गोलों की मदद से ब्रिटेन ने यह मैच बचा लिया।
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29 साल की सविता को 2017 में कनाडा में आयोजित हॉकी वर्ल्ड लीग राउंड-2 में श्रेष्ठ गोलकीपर चुना गया था। वह साल 2016 में महिला एशियन चैम्पियंस ट्रॉफी जीतेन वाली टीम का हिस्सा रही हैं।
सविता ने अपने शानदार खेल की बदौलत साल 2017 में भारत को एशिया कप स्वर्ण जीतने में मदद की थी। वह श्रेष्ठ गोलकीपर भी चुनी गई थीं। सविता 2018 में एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी में रजत और 2018 एशियाई खेलों में रजत जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थीं।
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अपने 10 साल के करियर के दौरान सविता ने 2016 में रियो ओलंपिक में भी हिस्सा लिया था। भारतीय टीम 2018 में महिला विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में पहुंची थी और सविता उस टीम का हिस्सा थीं। साल 2018 में सविता को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।