नई दिल्ली। जापान की राजधानी टोक्यो में शुक्रवार (23 जुलाई) से ओलंपिक खेलों के 32वें संस्करण का आगाज हो गया है और भारतीय दल ने औसत प्रदर्शन के साथ अपने अभियान का आगाज किया है। 126 दलों की भारतीय टीम के लिये शुक्रवार का दिन कुछ खास नहीं रहा लेकिन लॉन्ग जम्पर एम श्रीशंकर और 20 किमी रेसवॉकिंग एथलीट केटी इरफान के लिये यहा काफी मुश्किल भरा रहा। एक समय ऐसा आ गया था जब लगा कि इन दोनों भारतीय खिलाड़ियों को टोक्यो में बिना खेले ही ओलंपिक से बाहर होना पड़ेगा, हालांकि एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की सेलेक्शन कमिटी ने इन दोनों खिलाड़ियों को एक मौका देने का फैसला किया है और ओलंपिक से नाम वापस लेने के फैसले पर रोक लगाई है।
दरअसल ओलंपिक में भाग लेने वाले एथलीट जिन्होंने नेशनल चैम्पियनशिप में हिस्सा नहीं लिया उन्हें फिटनेस ट्रॉयल्स में खेलना था। इन ट्रॉयल्स के दौरान लॉन्ग जम्पर एम श्रीशंकर का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा तो वहीं केटी इरफान भी क्वालिफिकेशन मार्क को पूरा नहीं कर सके। इसे देखते हुए एफआई की सेलेक्शन कमिटी ने शुक्रवार को आपातकाल बैठक बुलाई थी जिसमें इन दोनों खिलाड़ियों के ओलंपिक में भाग लेने के भविष्य पर फैसला लेना था।
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शुक्रवार को हुई इस बैठक में एक आम राय थी कि ट्रॉयल्स में इतना खराब प्रदर्शन करने के बाद इन खिलाड़ियों को ओलंपिक से अपना नाम वापस ले लेना चाहिये लेकिन अंत में समिति ने यह फैसला किया कि फेडरेशन ने ये ट्रॉयल्स फिटनेस की परख करने के लिये किया है न कि फॉर्म की, ऐसे में सभी ने दोनों खिलाड़ियों के ओलंपिक में खेलने के फैसले का समर्थन किया।
गौरतलब है कि एफआई अध्यक्ष एडिल जे सुमरिवाला ने सेलेक्शन कमिटी को किसी भी बड़े इवेंट से पहले एक नेशनल चैम्पियनशिप आयोजित करने का सुझाव दिया था ताकि सभी खिलाड़ी बेहतरीन प्रदर्शन कर चयन समिति के मापदंड को पूरा कर सकें। एक आधिकारिक प्रेस रिलीज में उन्होंने कहा,' चयनकर्ताओं ने एथलीट के चयन को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया था कि जिन खिलाड़ियों ने पहले क्वालिफिकेशन मापदंडों को पूरा किया था उन्हें फाइनल सेलेक्शन ट्रायल में हिस्सा लेकर अपना प्रदर्शन दिखाना होगा।'
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सुमरिवाला ने आगे बताया कि दोनों एथलीट के कोच से ट्रॉयल्स में खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन को लेकर बात की गई है। दोनों कोच ने टोक्यो में खिलाड़ियों की ओर से बेस्ट प्रदर्शन आने का वादा किया है। सुमरिवाला ने आगे कहा कि अगर खिलाड़ी ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।