नई दिल्ली। भारत के महानतम ओलंपियन खिलाड़ियों में से एक अंजू बॉबी जॉर्ज का भी नाम शामिल है जिन्होंने शनिवार को भारतीय एथलेटिक्स का पहला गोल्ड जीतने वाले नीरज चोपड़ा के प्रदर्शन की जमकर तारीफ की है। नीरज चोपड़ा ने शनिवार को भारत के लिये भालाफेंक प्रतिस्पर्धा में 87.57 मीटर का थ्रो फेंककर देश के लिये एथलेटिक्स में पहला ओलंपिक गोल्ड मेडल हासिल किया। नीरज ने अपने प्रतिद्वंदियों से काफी बढ़त के साथ गोल्ड मेडल हासिल किया। उनकी शानदार प्रदर्शन को लेकर अंजू ने जमकर तारीफ की है और कहा कि असल मायनों में विश्व चैम्पियन हैं। समर ओलम्पिक्स में देश के लिये पदक हासिल करना सबसे मुश्किल काम होता है और उन्होंने वो हासिल करके दिखाया है, हम इससे ज्यादा की मांग नहीं कर सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि नीरज चोपड़ा की ऐतिहासिक जीत के चलते ओलंपिक में दूसरी बार भारत का राष्ट्रगान बजा है। इससे पहले 2008 के बीजिंग ओलंपिक्स में भारत का राष्ट्रगान बजा था। अंजू ने आगे कहा कि भारतीय एथलेटिक्स के इतिहास में यह दिन कई सालों तक याद रखा जायेगा क्योंकि आज के ही दिन एथलेटिक्स में भारत को पहला पदक मिला है।
उल्लेखनीय है कि नीरज ओलंपिक के इतिहास में भारत के लिये ट्रैक एंड फील्ड का पदक हासिल करने वाले दूसरे खिलाड़ी बने हैं, जबकि आजाद भारत के पहले और इकलौते खिलाड़ी हैं। भारत के लिये पहला पदक 1900 में आया था।
इंडिया टुडे के साथ बात करते हुए अंजू बॉबी जॉर्ज ने कहा,'एथलेटिक्स में हम भारतीय एथलीट्स से पदक की अपेक्षा नहीं करते हैं लेकिन वो पहले ही जूनियर वर्ल्ड चैम्पियन और एशियन गेम्स में गोल्ड मेडलिस्ट रह चुके हैं। आज उन्होंने साबित कर दिया है कि वो असली विश्व चैम्पियन हैं। वह 23 की उम्र में ओलंपिक चैम्पियन बन चुके हैं, इससे ज्यादा हम उनसे किसी भी चीज की मांग नहीं कर सकते हैं।'
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उन्होंने आगे बात करते हुए कहा कि आज उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है और सभी को डोमिनेट करते हुए पहला थ्रो फेंका और इसके बाद वो एक भी कदम पीछे नहीं हटे। यह बेहद शानदार प्रतिस्पर्धा थी और भारतीय एथलेटिक्स के लिये बेहद शानदार दिन था।
अंजू ने आगे कि एथलेटिक्स के लिये ओलंपिक्स में पदक हासिल करना खेलों का सबसे मुश्किल काम होता है क्योंकि यह दुनिया की सबसे खतरनाक प्रतिस्पर्धा होती है। इस मुकाम के बाद अब कई सारे एथलीट आयेंगे और अच्छा करने की ओर देखेंगे। मैंने एक विश्व चैम्पियनशिप मेडल के जरिये इतिहास रचा था और आज हमने एक ओलंपिक मेडल हासिल किया है, हम यह हासिल कर सकते हैं, फिर चाहे वो महिला एथलीट हो या फिर पुरुष, हमारे पास काफी टैलेंट हैं। हम दुनिया के सबसे टॉप एथलीट खिलाड़ियों की लिस्ट में साथ खड़े हो सकते हैं। आने वाले दिनों में यह हमारे देश के एथलेटिक खिलाड़ियों के लिये काफी बड़ा बूस्ट बनने वाली है।