नई दिल्ली। जापान की राजधानी टोक्यो में जारी ओलिंपिक खेलों में शुक्रवार से भारतीय एथलीट रेसिंग ट्रैक पर जोर लगाते नजर आए, जिसमें भारत की महिला स्प्रिंटर दुती चंद ने भी हिस्सा लिया। दुती चंद ने भारत के लिए महिलाओं की हंड्रेड मीटर रेस में भाग लिया जिसमें वह सेमीफाइनल में जगह बनाने में नाकाम रही। दुती चंद इस इवेंट की 5वीं हीट में दौड़ती नजर आई, जिसमें उन्होंने 11.54 सेकेंड्स में रेस को पूरा कर 7वें स्थान पर खत्म किया।
इस प्रतिस्पर्धा के सेमीफाइनल मुकाबले में जगह बनाने के लिए सबसे तेज 16 खिलाड़ियों को जगह दी गई। हालांकि दुती यह कारनामा करने में नाकाम रही। ओलंपिक से बाहर होने के बाद दुती चंद ने उनका समर्थन करने वाले और उनकी जीत के लिए प्रार्थना करने वाले सभी लोगों का धन्यवाद किया है और उम्मीदों पर खरा न उतर पाने के लिए माफी मांगी है।
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उन्होंने कहा,' सबसे पहले मैं सब उन सभी लोगों का धन्यवाद करना चाहते हो जिन्होंने मेरा समर्थन किया है और मेरे लिए एक हीरो दुआएं की, खासतौर से ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक, अच्युत और वी के पांडियन सर का जिन्होंने मुझे कल निजी तौर पर कॉल करके ओलंपिक खेलों के लिए बधाई दी। मैं फिलहाल हिसार के बारे में नहीं सोच रही क्योंकि 2 अगस्त को मेरा 200 मीटर का मुकाबला है और मैं चाहती हूं जिस तरह से आप सभी ने अभी तक समर्थन किया है ठीक वैसे ही आने वाले समय के लिए भी वैसा ही समर्थन और प्रार्थना करते रहें। '
गौरतलब है को शेली एन फ्रेजर ने 10.84 सेकेंड्स के समय के साथ हीट 5 में टॉप किया तो वहीं पर अजीला डेल पोंटे ने 10.91 सेकेंड्स के साथ दूसरे स्थान पर खत्म किया। उल्लेखनीय है की पहली 3 हीट की टॉप 3 एथलीट ने सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाई किया तो वहीं पर बाकी बचे 7 स्थान पर सबसे तेज खिलाड़ियों ने जगह बनाई।
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आपको बता दें की इससे पहले भारत के अविनाश मुकुंद सबले पुरुषों की 3000 मीटर स्टेपलचेज के फाइनल में जगह बना पाने में नाकाम रहे। हालांकि उन्होंने भारत का ओलंपिक में नेशनल रिकॉर्ड जरूर तोड़ दिया है और 8:18.12 के समय के साथ 7वें पायदान पर खत्म किया।