नई दिल्ली। जापान में जारी पैरालंपिक खेलों में सोमवार को जहां भारत के लिये पदकों की बरसात हुई है और देश ने अपने पैरालंपिक्स इतिहास के सबसे ज्यादा पदकों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है तो वहीं पर भारतीय दल के लिये एक बुरी खबर भी आयी है। पैरालंपिक्स के 5वें दिन भारत के लिये F52 वर्ग डिस्कस थ्रो में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले विनोद कुमार को अंतर्राष्ट्रीय पैरालंपिक्स समिति ने कैटेगरी को अमान्य घोषित करते हुए उनसे ब्रॉन्ज मेडेल छीन लिया है। रविवार को खेले गये डिस्कस थ्रो इवेंट में विनोद कुमार ने 19.91 मीटर का थ्रो फेंककर एशियन रिकॉर्ड तोड़ा था और ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था।
हालांकि विनोद कुमार की जीत के बाद उनकी कैटेगरी क्लासिफिकेशन को लेकर सवाल उठाये गये थे जिसके बाद रिजल्ट को होल्ड पर डाल दिया गया था। सोमवार को आईपीसी ने इसको लेकर अपना निर्णय जारी किया और विनोद को F52 कैटेगरी में भाग लेने के लिये अमान्य करार दिया। इसके चलते विनोद कुमार के ब्रॉन्ज मेडल को भी अमान्य करार दिया जायेगा और चौथे पायदान पर रहे खिलाड़ी के खाते में पदक जायेगा।
अब भारतीय टीम के पैरालंपिक पदकों की संख्या 7 के बजाय 6 हो गई है, जिसमें उसने एक गोल्ड, 4 सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल जीता है। उल्लेखनीय है कि साल 2019 में आईपीसी ने विनोद कुमार को 2 साल के लिये एफ52 कैटेगरी में क्लासिफाई किया था, जिसके बाद विनोद कुमार ने 2019 के विश्व पैराएथलेटिक्स चैम्पियनशिप में चौथे पायदान पर रहते हुए पैरालंपिक्स खेलों के लिये जगह बनाई थी।
गौरतलब है कि कोरोना महामारी के चलते पैरालंपिक्स खेलों को एक साल के लिये टालना पड़ा, जिसके चलते विनोद कुमार के क्लासिफिकेशन का समय भी खत्म हो गया। इसके बाद पैरालंपिक्स खेलों का हिस्सा बनने से पहले विनोद कुमार एक बार फिर से क्लासिफिकेशन के लिये पैरालंपिक समिति के सामने पहुंचे थे जहां पर उन्हें फिर से F52 कैटेगरी के लिये मान्यता दी गई थी।
हालांकि जब रविवार को उनके क्लासिफिकेशन को लेकर सवाल उठाये गये तो उनकी कैटेगरी को अवैध करार दिया गया और ब्रॉन्ज मेडल जीत को रद्द कर दिया गया है। आपको बता दें कि विनोद कुमार ने डिस्कस थ्रो इवेंट के अपने 6 प्रयासों में 17.46 मी, 18.32 मी, 17.80, 19.12 मी, 19.91 मी और 19.81 मीटर का थ्रो किया था और तीसरे पायदान पर रहते हुए ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था। वहीं पर पोलैंड के पियोट्र कोसेविक्स ने 20.02 मीटर का थ्रो फेंककर इस प्रतियोगिता का गोल्ड मेडल जीता था तो वहीं पर क्रोएशिया के वेलिमीर सैंडर ने 19.98 मी थ्रो कर सिल्वर अपने नाम किया।