नई दिल्ली। टेनिस फैन्स के लिये नोवाक जोकोविच के नाम का परिचय देने की जरूरत नहीं है। टेनिस जगत के सबसे ज्यादा ग्रैंडस्लैम जीतने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में जोकोविच ने हाल ही में विंबलडन 2021 का खिताब जीतकर रोजर फेडरर और राफेल नडाल की बराबरी कर ली। जोकोविच ने इस साल खेले गये तीनों ग्रैंडस्लैम में जीत हासिल की है जिसके चलते उन्हें पास गोल्डन स्लैम जीतने का मौका है। अगर जोकोविच टोक्यो में खेले जाने वाले ओलंपिक्स में गोल्ड मेडल जीतने के बाद यूएस ओपन में भी विजयी बनते हैं तो वो टेनिस के इतिहास में यह कारनामा करने वाले पहले खिलाड़ी बन जायेंगे, हालांकि अगर वो सिर्फ यूएस ओपन में जीत हासिल करते हैं तो रोजर फेडरर के एक साल में सभी ग्रैंडस्लैम जीतने के रिकॉर्ड को अपने नाम कर सकते हैं।
इस बीच सोशल मीडिया जोकोविच की एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें उनका हिंदू धर्म के प्रति प्यार नजर आ रहा है। यह तस्वीर अभी की नहीं है बल्कि अगस्त 2018 की है जिसे खुद जोकोविच ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से शेयर किया था। इस तस्वीर में यह सर्बियाई खिलाड़ी अपने बेटे के साथ खेलता नजर आ रहा है लेकिन जिस कमरे में वह खेल रहे हैं उसमें भगवान कृष्ण समेत कई देवी देवताओं की तस्वीर नजर आ रही है जिसने सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया।
और पढ़ें: ENG vs PAK: शाहीन अफरीदी के समर्थन में उतरे मोहम्मद आमिर, जानें क्या कहा
गौरतलब है कि दुनिया के नंबर 1 टेनिस खिलाड़ी को बीच में एकाग्रता को लेकर भी कुछ समस्या पैदा हो रही थी तब जोकोविच ने योगा और मेडिटेशन का सहारा लेकर वापसी की। इसको लेकर जोकोविच पहले भी बात कर चुके हैं। रिपोर्टस के अनुसार विंबलडन के दौरान जोकोविच हर रोज बौद्ध मंदिर बुद्धापादिपा में जाकर एक घंटे तक ध्यान लगाते थे। इतना ही नहीं जोकोविच एक धर्म गुरू का भी अनुसरण करते हैं, जिनके सिद्धांतो पर चलकर उन्हें कई बड़े टूर्नामेंट में जीत हासिल हुई।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार जोकोविच अपने दैनिक कार्यों में हर रोज सुबह जल्दी उठकर 20 मिनट तक योगा, ताई ची औ अध्यात्मिक ध्यान की प्रैक्टिस करते हैं। लगातार तीसरे साल विंबलडन का खिताब जीतने वाले जोकोविच ने टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने को लेकर अभी कोई फैसला नहीं लिया है।
और पढ़ें: IND vs SL: कॉन्ट्रैक्ट विवाद को लेकर श्रीलंकाई खिलाड़ियों पर भड़के मुथैया मुरलीधरन, जानें क्या कहा
उन्होंने कहा,' मैं इस बारे में सोचूंगा। मेरा प्लान हमेशा से ओलंपिक में जाना रहा है, लेकिन अभी परिस्थितियों ोक देखते हुए दुविधा बनी हुई है। यह अभी 50-50 है। मैं जल्द ही इस पर आखिरी फैसला लूंगा। आपको बता दें कि विंबलडन जीतने के बाद जोकोविच का निशाना यूएस ओपन जीतकर टेनिस के सबसे ज्यादा ग्रैंडस्लैम जीतने वाले खिलाड़ी का रिकॉर्ड अपने नाम करने पर है।'