युवा टीम को होती है एक युवा कप्तान की दरकार
मौजूदा समय में शिखर धवन, रोहित शर्मा, विराट कोहली जैसे सभी दिग्गज खिलाड़ियों ने अपनी उम्र में 30 की दहलीज को पार कर लिया है तो ऐसी उम्मीद कर सकते हैं कि आने वाले वक्त में कुछ युवा चेहरे भारतीय टीम को लेकर आगे बढ़ेंगे। इन चेहरों में पृथ्वी शॉ, शुबमन गिल, वाशिंगटन सुंदर, नवदीप सैनी जैसे खिलाड़ियों का नाम है जो अपनी जगह पक्की करने को बेकरार हैं। ऐसे में श्रेयस अय्यर जैसे युवा कप्तान ही उनका नेतृत्व कर सकेंगे। कप्तानी के लिये यह चुनाव थोड़ा मुश्किल जरूर है पर एकदम लॉजिकल है।
जिस तरह से सौरव गांगुली के कप्तानी से इस्तीफा देने के बाद वीरेंद्र सहवाग और युवराज सिंह जैसे सीनियर खिलाड़ियों के होने के बावजूद एमएस धोनी को कप्तान बनाया गया था, ठीक वैसे ही अय्यर को भी मौका दिया जा सकता है। बोर्ड के इस फैसले ने उस समय लोगों को काफी हैरान किया था लेकिन लंबे वक्त के लिए यह फैसला बिल्कुल सही साबित हुआ था।
बतौर कप्तान हर दिन निखर रहे हैं श्रेयस अय्यर
एक मध्यक्रम बल्लेबाज के तौर पर श्रेयस अय्यर खुद से ज्यादा टीम के बारे में सोचते हैं जो कि बतौर खिलाड़ी उनकी परिपक्वता को दर्शाता है। यही कारण है कि वह शुरु से ही गेंदबाजों को मारने के पीछे नहीं पड़ते, वह पारी को बनाकर टीम को मैच जिताने में विश्वास रखते हैं। जिस तरह से विराट कोहली और रोहित शर्मा रातों रात अच्छे खिलाड़ी और कप्तान नहीं बने ठीक वैसे ही श्रेयस अय्यर का भी सफर रहा। रोहित शर्मा और श्रेयस अय्यर दोनों ही खिलाड़ियों में एक बात कॉमन रही है, जैसे ही दोनों खिलाड़ियों को कप्तानी की जिम्मेदारी मिली दोनों का खेल दिन पर दिन निखरता चला गया।
रोहित शर्मा के खेल में परिवर्तन मुंबई इंडियंस की कप्तानी संभालने के बाद देखने को मिला जबकि श्रेयस अय्यर ने दिल्ली कैपिटल्स की कप्तानी संभालने के हर दिन खुद को बेहतर साबित किया। इतनी ही नहीं वह इंडिया ए की कप्तानी करते हुए भारत को कई बार मुश्किल परिस्थितियों से उबार चुके हैं। हालांकि रोहित शर्मा भी यह कर चुके हैं लेकिन बढ़ती उम्र उनके करियर को छोटा करती जा रही है जिससे उनकी कप्तानी के दिनों की संख्या पर भी अंकुश लगता जा रहा है।
विराट कोहली के सच्चे उत्तराधिकारी होंगे श्रेयस अय्यर
अपने करियर की शुरुआत में विराट कोहली नंबर 4 पर बल्लेबाजी करने आते थे, फिलहाल इस नंबर पर श्रेयस अय्यर बल्लेबाजी करने आते हैं। समय के साथ कोहली ने अपनी प्रतिभा को उभारा और खुद को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर ले आये ताकि वह गेंदबाजों की धुनाई और अच्छे से कर सकें। अय्यर ने भी हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपनी प्रतिभा का सबूत देते हुए इस नंबर पर शतक लगाया और विराट कोहली के सच्चे उत्तराधिकारी के रूप में उभरे हैं।
इन सबके अलावा श्रेयस अय्यर के पास मुश्किल हालात में पूर्व कप्तान एमएस धोनी की तरह शांत रहने की कला है जो कि शानदार कप्तान की निशानी है। जिस तरह के विराट कोहली ने एमएस धोनी के दिशा निर्देश में अपनी कप्तानी की स्किल्स को सुधारा ठीक वैसे ही अय्यर भी विराट की निगरानी में अपनी कप्तानी को उभार सकते हैं।