यूएई में आयोजन होगा मुश्किल
बीसीसीआई ने भारत में जारी कोरोना वायरस की दूसरी लहर के प्रकोप को देखते हुए आईपीएल को यूएई में शिफ्ट करने का फैसला किया है, हालांकि बोर्ड ने इस साल भारत में आयोजित किये जाने वाले टी20 विश्व कप की मेजबानी को लेकर आईसीसी से अभी और वक्त की मांग की है। टी20 विश्व कप का आयोजन अक्टूबर महीने के तीसरे हफ्ते में होना है जिसका फाइनल मैच 14 नवंबर को खेला जायेगा। ऐसे में अगर आईपीएल यूएई में और टी20 विश्व कप भारत में होता है तो खिलाड़ियों के कोरोना संक्रमित होने का खतरा बढ़ेगा, वहीं पर अगर टी20 विश्व कप यूएई में शिफ्ट कर दिया जाता है तो जिन पिचों पर विश्व कप खेला जाना है उस पर आईपीएल के 31 मैच खेले जाने से मजा किरकिरा हो सकता है। इतना ही नहीं टी20 विश्व कप के लिये आईसीसी सभी टीमों को एक हफ्ते पहले इकट्ठा करता है, ऐसे में बीसीसीआई के लिये खिलाड़ियों को इकट्ठा करना काफी मुश्किल काम होगा।
सीपीएल से टकरायेगा शेड्यूल
बीसीसीआई के सामने दूसरी बड़ी समस्या है कैरिबियन प्रीमियर लीग के साथ शेड्यूल के टकराव की। कैरेबियन प्रीमियर लीग 2021 का आगाज 28 अगस्त से होना है और लीग का फाइनल मैच 19 सितंबर को होना है, ऐसे में बीसीसीआई को लीग का आगाज 20 सितंबर से करना होगा। ऐसे में सीपीएल में खेलने वाले कई अहम खिलाड़ी आईपीएल के शुरूआती मैचों से बाहर रह सकते हैं, चूंकि क्वारंटीन नियमों में ढील नहीं दी जा सकती तो खिलाड़ियों को कम से कम 5 दिन क्वारंटीन तो रहना ही होगा। ऐसे में क्रिस ग्रेल, कीरोन पोलार्ड, शिमरॉन हेटमायर, निकोलस पूरन, आंद्रे रसेल, फाफ डु प्लेसिस, इमरान ताहिर और क्रिस मॉरिस जैसे दमदार खिलाड़ी जो कि सीपीएल का हिस्सा बनने वाले हैं शुरूआती मैचों से बाहर हो सकते हैं।
विदेशी खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी
बीसीसीआई के लिये तीसरी बड़ी चुनौती विदेशी खिलाड़ियों की गैर मौजूदगी हो सकती है। आईपीएल में भाग लेने वाली टीमों में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया से आने वाले खिलाड़ियों का बोलबाला होता है, जहां पर ईसीबी ने पहले ही साफ कर दिया है कि वह टी20 विश्व कप से पहले अपने खिलाड़ियों को आराम देना चाहती है, इसीलिये आईपीएल के दूसरे हिस्से में उसके खिलाड़ी भाग नहीं लेंगे, वहीं पर ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का भी भाग लेना थोड़ा मुश्किल नजर आ रहा है। ऐसे में बोर्ड के लिये इन खिलाड़ियों का रिप्लेसमेंट ढूंढना काफी मुश्किल काम हो सकता है। इसके अलावा इंग्लैंड और न्यूजीलैंड को पाकिस्तान के खिलाफ सितंबर और अक्टूबर के बीच में टी20 सीरीज खेलनी है तो वहीं अफगानिस्तान ने भी सीमित ओवर्स प्रारूप के लिये यूएई में पाकिस्तान की मेजबानी करनी है।
बायो सिक्योर बबल टू बबल ट्रांसफर होगा मुश्किल
आईपीएल के 13वें सीजन में सीपीएल और इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया सीरीज से चार्टेड प्लेन के जरिये खेलने के लिये पहुंचे खिलाड़ियों को दुबई में सीधे प्रवेश मिल गया था, हालांकि अबुधाबी में एक हफ्ते का क्वारंटीन पूरा करना पड़ा था। हालांकि इस बार यूएई में भी हालात खराब हैं जिसके चलते यूएई सरकार की ओर से हर देश के लिये बनाये गये अलग क्वारंटीन नियम मुश्किल खड़ी कर सकते हैं। इसे देखते हुए बीसीसीआई के लिये खिलाड़ियों को समय पर बायो सिक्योर बबल में प्रवेश दिलाना काफी बड़ी चुनौती रहने वाला है।