नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के बीच साथी खिलाड़ी के साथ-साथ दोस्ती का भी रिश्ता है और इस सीजन चेन्नई सुपर किंग्स के खेमे में शामिल होने के बाद उथप्पा के लिये धोनी के साथ नजदीकीयां बढ़ाने का मौका मिल गया। उथप्पा अक्सर धोनी की तारीफ करते नजर आते हैं और हाल ही में कॉमेडियन सौरभ पंत के साथ किये गये एक इंटरव्यू में इस भारतीय बल्लेबाज ने 14 साल पुराने किस्से को याद किया और बताया कि धोनी का सेंस ऑफ ह्यूमर उनकी विकेट के पीछे की तेजी से भी ज्यादा शार्प है।
उथप्पा ने ऐसे ही एक किस्से को याद करते हुए बताया कि कैसे धोनी ने इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन को अपने मजाकिया अंदाज में फंसाने का काम किया था जब साल 2011 में एक टेस्ट मैच के दौरान दोनों के बीच यह नजारा देखने को मिला था। मैच के दौरान जब धोनी की गेंदबाजी पर पीटरसन आउट हो गये तो उन्होंने डीआरएस लिया जिसमें गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर जाती नजर आई।
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उथप्पा ने कहा,'मैं आपको एक उदाहरण देता हूं, जब केविन पीटरसन ने धोनी को कॉमेंट्री बॉक्स से स्लेज करने की कोशिश की तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि याद रखिये कि आप मेरी पहली विकेट हैं, तो मुझे लगता है कि यह सबूत काफी है कि वह अपने साथ क्या लेकर आते हैं और क्या नहीं। वह हाजिर जवाब हैं और मजाकिया भी। अगर वह इनके विकेट के पीछे जितना तेज नहीं है तो इसका मतलब कि वो इससे भी तेज हैं।'
इस दौरान रॉबिन उथप्पा ने साल 2007 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गये मुंबई में एक टी20 मैच के किस्से को भी याद किया और स्लेजिंग का किस्सा सुनाया।
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उन्होंने कहा,'साल 2007 में हमने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना पहला टी20 मैच खेला और हम दोनों ही उसमें थे। एमएस धोनी मुझे स्लेजिंग का इंचार्ज बनाते थे ताकि ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग जैसे सीनियर खिलाड़ियों को बैकफुट पर फेंका जा सके। इस वजह से उन्होंने मुझे सिली प्वाइंट पर खड़ा किया और हम सबने इसका काफी लुत्फ उठाया।'
गौरतलब है कि साल 2007 भारतीय क्रिकेट टीम के लिये काफी यादगार रहा, जहां पर भारतीय टीम ने धोनी की कप्तानी में अपना पहला टी20 विश्व कप जीतने का काम किया। इसके साथ ही साल 2008 में भारत ने ऑस्ट्रेलिया में त्रिकोणीय सीरीज जीतने का काम किया था। ऐसा माना जाता है कि उथप्पा का अंतर्राष्ट्रीय करियर खत्म हो चुका है।