नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच जारी वनडे सीरीज में भारतीय गेंदबाजों ने एक बार फिर से निराश किया और ऑस्ट्रेलियाई टीम ने एकतरफा अंदाज में विराट सेना को पटखनी देते हुए सिडनी में लगातार दूसरे मैच में जीत हासिल की और 3 मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली। भारतीय गेंदबाजों के लिये आज का दिन एक भी एक बुरा सपना साबित हुआ और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने उन्हें बुरी तरह पीटते हुए निर्धारित 50 ओवर्स में 389 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया।
भारतीय गेंदबाज एक बार फिर विकेट लेने में नाकामयाब रहे और सिर्फ 4 विकेट ही हासिल कर सके। उसमें से एक विकेट रन आउट के जरिये मिला। इस दौरान शमी, बुमराह और पांड्या को एक-एक विकेट हासिल हुआ। वहीं भारतीय टीम के लिये हार्दिक पांड्या ने आज के मैच में अपने करियर को दांव पर लगा दिया।
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भारतीय टीम के खिलाफ सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर और एरॉन फिंच ने पहले विकेट के लिये 142 रनों की साझेदारी की। इसके बाद भारतीय टीम को 2 लगातार विकेट हासिल किये लेकिन यहां से मार्नस लाबुशाने और स्टीव स्मिथ ने गेंदबाजों की पिटाई करनी शुरु कर दी और तीसरे विकेट के लिये 136 रनों की साझेदारी की। स्मिथ ने एक बार फिर महज 62 गेंदों में अपना शतक पूरा किया और ऐसा लग रहा था कि जैसे कि आज ऑस्ट्रेलियाई टीम 400 से ज्यादा का आंकड़ा पार कर सकती है।
तभी छठे गेंदबाज की कमी महसूस कर रहे कप्तान विराट कोहली के लिये हार्दिक पांड्या संकटमोचक बन कर उभरे। हार्दिक पांड्या पिछले कुछ समय से पीठ की चोट की समस्या से जूझ रहे हैं, इसी के चलते वह सीरीज में बतौर बल्लेबाज खेल रहे थे और गेंदबाजी नहीं कर रहे थे। उनके फिजियोथेरपिस्ट ने कहा था कि पांड्या कम से कम एक साल तक गेंदबाजीी नहीं कर सकते हैं।
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लेकिन पांड्या ने टीम के लिये अपने करियर को दांव पर लगा दिया और 4 ओवर गेंदबाजी करके 24 रन दिये और स्टीव स्मिथ का विकेट भी हासिल किया। हार्दिक पांड्या ने करीब 434 दिनों बाद पारी का 36वां ओर फेंका और सिर्फ 5 रन दिये।
वहीं मैच के बाद कप्तान विराट कोहली ने हार्दिक पांड्या के बारे में बात करते हुए कहा,' वह फिट हैं, गेंदबाजी करके उन्हें काफी अच्छा महसूस हुआ। सच तो यह है कि हम उनसे सिर्फ कुछ ही ओवर गेंदबाजी कराना चाहते थे। लेकिन जब उसे अच्छा महसूस हुआ तो उसने आगे गेंदबाजी करना जारी रखा। वह गेंदबाजी को आगे ले गये और उनकी ऑफ कटर ने हमारे लिये काम किया।'