नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड खेल में पारदर्शिता को बढ़ाने और खिलाड़ियों को धोखा-धड़ी से बचाने के लिए अपनी नीतियों में लगातार बदलाव कर रहा है। इसी को लेकर हाल ही में बीसीसीआई ने एंटी-डोपिंग हेल्पलाइन जारी की थी जिसके तहत खिलाड़ी सीधे अपनी समस्याओं को लेकर बात कर सकते हैं। वहीं खेल में होने वाले उम्र संबंधी फ्रॉड को रोकने के लिए अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने हेल्पलाइन की शुरुआत की है। बीसीसीआई की डोपिंग रोधी और भ्रष्टाचार रोधी इकाई क्रिकेटरों में जागरुकता फैलाने के लिए साथ मिलकर काम कर रही।
इसको लेकर बीसीसीआई ने मंगलवार को सभी खिलाड़ियों, टीम के सपोर्ट स्टाफ और राज्य संघों के प्रशासकों के साथ कुछ हेल्पलाइन नंबर साझा किए हैं। इन नंबर्स पर टीम सहयेागी स्टाफ और सभी संघों के सदस्य डोपिंग, भ्रष्टाचार और आयु तथा निवास प्रमाण पत्र संबंधी धोखाधड़ी से बचने को लेकर इससे जुडी हेल्पलाइन से मदद ले सकते हैं।
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बीसीसीआई की डोपिंग रोधी और भ्रष्टाचार रोधी इकाई ने टीम खिलाड़ियों, सपोर्ट स्टाफ और सभी संघों के सदस्यों से कहा है कि वे दवा संबंधी पूछताछ, भ्रष्टाचार की किसी पेशकेश, उम्र व निवास संबंधी घपले जैसी चीजों के लिए दिए गए नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं।
मौजूदा घरेलू सत्र (2019-20) के दौरान हेल्पलाइन के सभी नंबर क्रिकेट के सभी स्थलों के ड्रेसिंग रूप में लगे होंगे। जो लोग किसी धोखाधड़ी या भ्रष्टाचार की जानकारी देना चाहते है वे इन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं। शिकायतकर्ता की गोपनीयता बरकरार रहेगी।
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बीसीसीआई की डोपिंग रोधी हेल्पलाइन 24 घंटे खिलाड़ियों के लिए उपलब्ध रहेगी। बीसीसीआई की ऐंटी डोपिंग और ऐंटी-करप्शन टीमें इस दिशा में काफी काम कर रही हैं। क्रिकेटरों को दवाई से संबंधित यदि किसी भी तरह की जानकारी चाहिए होगी तो वह इस हेल्पलाइन से ले सकते हैं।