नई दिल्ली। भारत में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का दंश झेल रही भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के लिये इस बीमारी के बीच क्रिकेट को दोबारा शुरु करना एक बड़ी चुनौती है। इस बीच फैन्स और मीडिया में कई ऐसे सवाल हैं जिनका जवाब हर कोई जानना चाह रहा है, जैसे कि आईपीएल 2020 का आयोजन कैसे कराया जायेगा, भारतीय टीम अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच कब खेलेगी, साथ ही घरेलू क्रिकेट की शुरुआत कब तक होगी, ऐसे में आये दिन मीडिया में बीसीसीआई अधिकारियों के हवाले से अलग-अलग तरह की रिपोर्ट सामने आती रहती हैं।
हालांकि बीसीसीआई इस बात से खफा है और उसने इससे निपटने के लिये एक बड़ा फैसला किया है। रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई ने अपने अधिकारियों को मीडिया में किसी भी तरह से बातचीत करने से सख्त मना किया है, अगर ऐसा करते हुए कोई अधिकारी पाया जाता है तो उस पर सख्त कार्रवाई होगी। ऐसी दशा में उस पर सैलरी कटौती के अलावा सस्पेंड भी किया जा सकता है।
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अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने मुंबई और बेंगलुरु ऑफिस में काम करने वाले लगभग 100 कर्मचारियों को जानकारी लीक करने के खिलाफ सख्त हिदायत देते हुए ईमेल लिखी है।
खबर के अनुसार ईमेल में लिखा गया है, 'हमने देखा है कि कुछ बीसीसीआई कर्मचारी मीडिया में जाकर इंटरव्यू दे रहे हैं। यह हमारे कॉन्ट्रैक्ट के खिलाफ और इसमें बीसीसीआई की संवेदनशील जानकारी के लीक होने का खतरा है। ऐसे में अगर अब कोई भी बीसीसीआई कर्मचारी बिना जानकारी के ऐसा करता है तो उन्हें बिना वेतन के निलंबित कर दिया जाएगा वहीं नौकरी से भी निकाला जा सकता है।'
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गौरतलब है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड उम्मीद कर रहा है कि ऑस्ट्रेलिया में आयोजित टी20 विश्व कप का आयोजन टल जाये जिससे वह उसी विंडो पर आईपीएल का आयोजन करा सके। इसके लिये बीसीसीआई इन दिनों आईपीएल को कराने की तैयारियों में लगा हुआ है।
आपको बता दें कि बीसीसीआई का कोई भी अधिकारी इस पर बात करने से कतरा रहा है जिसकी वजह अब जाकर सामने आई है।