आसान नहीं रातों रात आदत को बदल पाना
आईसीसी की ओर से जारी किये गये ताजा गाइडलाइंस पर प्रतिक्रिया देते हुए ब्रेट ली ने कहा कि आईसीसी को इन नियमों में ढील देनी होगी वरना खिलाड़ियों के लिये यह खेल काफी मुश्किल हो जायेगा।
स्टार स्पोर्ट्स के एक कार्यक्रम में शामिल हुए ब्रेट ली ने कहा,'जब आप अपनी पूरी जिंदगी 8, 9, 10 साल यही करते आए हैं, तो आपका यह सोचना की कोई इसे रातों रात भुला दे तो यह काफी मुश्किल है। फिर चाहे वो अपनी उंगली पर थूक लगाकर गेंद को चमकाना ही क्यों न हो।'
ICC को बरतनी होगी थोड़ी नरमी
ब्रेट ली का मानना है कि अगर खिलाड़ी आईसीसी की ओर से जारी किये गये सभी दिशानिर्देशों के बारे में सोच कर मैदान पर खेलेगा तो उसका ध्यान खेल पर कम इन गाइडलाइंस पर ज्यादा होगा और नतीजन खिलाड़ियों के लिये यह खेल काफी मुश्किल हो जायेगा। उनका मानना है कि क्रिकेट की अंतरराष्ट्रीय संस्था की ओर से इस मामले में थोड़ी छूट देनी चाहिए।
उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि एक-दो बार ऐसा करने, या इसके अलावा भी आईसीसी को थोड़ी नरमी बरतनी होगी, जहां उसे सिर्फ चेतावनी देकर छोड़ना होगा। यह (स्लाइवा लगाने से रोकना) बहुत अच्छी पहल है लेकिन इसका पालन करवा पाना बहुत मुश्किल है। मुझे लगता है कि ऐसा काम जो क्रिकेटर पूरी जिंदगी करते आए हैं उसे अचानक कैसे छोड़ सकते हैं।'
डुप्लेसिस भी ब्रेट ली से सहमत
इस दौरान साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान फाफ डु प्सेसिस भी ब्रेट ली की बातों से सहमत नजर आए। उन्होंने कहा गेंद पर सलाइवा सिर्फ गेंदबाज ही नहीं बल्की फील्डर्स भी लगाते हैं ऐसे में रातों रात सबकुछ बदलना आसान नहीं है। उन्होंने इसको लेकर अपना उदाहरण दिया और कहा कि जब वह फील्डिंग के दौरान स्लिप में खड़े होते हैं तो हर गेंद को थूक से साफ करते हुए नजर आते हैं।
उन्होंने कहा, 'फील्डर्स की बात करें तो उनके साथ भी यही समस्या है। जैसा ब्रेट ली ने कहा मैं भी हर बार स्लिप में गेंद को कैच करने से पहले उंगलियों पर स्लाइवा लगाता हूं। अगर आप रिकी पॉन्टिंग को देखें तो हर बार गेंद को कैच करने से पहले वह अपने हाथ पर थूकते थे।'