वेस्टइंडीज के सबसे सफल टेस्ट कप्तान-
1995 में अपने अपराजेय होने के तमगे को खोने से पहले तक विंडीज 15 वर्षों की अवधि में लगातार 29 टेस्ट श्रृंखलाओं में हारी नहीं थी। इस दौरान क्लाइव लॉयड की कमान में विंडीज ने 36 मैच जीते और 74 टेस्ट में से 12 मैच हारे, और जीते गए मैचों के मामले में सबसे सफल कप्तान बने हुए हैं।
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विवियन रिचर्ड्स, जिन्होंने 27 में जीत हासिल की और 50 में से 8 टेस्ट हार गए, उन्हें दूसरे स्थान पर रखा गया, हालांकि उनकी जीत का प्रतिशत लॉयड की तुलना में अधिक है।
रिची रिचर्डसन की कतार में शामिल हुए होल्डर-
रिची रिचर्डसन ने 24 टेस्ट मैचों में से 11 जीत के साथ तीसरा स्थान हासिल किया है, लेकिन वह तीसरे स्थान पर अकेले नहीं है। अब साउथेम्प्टन में इंग्लैंड पर वेस्टइंडीज की जीत होल्डर को भी उनके साथ बराबरी पर ला दिया है। होल्डर ने कप्तान के तौर पर 33 टेस्ट में 11 जीत दर्ज कर ली हैं।
यह उस ऑलराउंडर के लिए एक उल्लेखनीय उपलब्धि है जिसे बहुत कम उम्र में कप्तानी सौंपी गई थी और उन्होंने अपनी कप्तानी की शुरुआती में ताबड़तोड़ हार का सामना करना पड़ा था। होल्डर हालांकि कभी हार मानते नहीं दिखे और अब युवाओं की एक खेंप उभरती दिख रही है जो टेस्ट क्रिकेट में शीर्ष टीमों को चौंकाने का माद्दा रखती है।
ब्रायन लारा को पीछे छोड़कर होल्डर की बड़ी छलांग-
इस जीत ने होल्डर को ब्रायन लारा से आगे ले लिया, जिन्होंने कप्तानी में 47 टेस्ट मैचों में से सिर्फ 10 में जीत हासिल की।
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इस वेस्टइंडीज के लिए दूसरी बड़ी उपलब्धि लक्ष्य का शानदार पीछा करने का रिकॉर्ड बरकरार रखने पर रही। साउथम्पटन में जीत के लिए 200 रनों का पीछा करते हुए, यह 61 वीं बार था जब वे चौथी पारी में 200 या उससे कम का पीछा कर रहे थे और पहले कभी मैच नहीं हारे थे।
61वीं बार 200 या उससे कम पर चेज करने का अपराजेय क्रम-
इस जीत के साथ विंडीज का वह रिकॉर्ड बरकरार है क्योंकि उन्होंने अब तक 200 या उससे कम का पीछा करते हुए 55 बार जीते दर्ज की और 6 बार ड्रा किया है। यह जीत 20 वर्षों में पहली बार भी थी जब वेस्टइंडीज ने अंग्रेजी सरजमीं पर किसी श्रृंखला का शुरुआती टेस्ट जीता है।
इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच दूसरा टेस्ट मैच अब 16 जुलाई को शुरू होगा। इस टेस्ट में इंग्लैंड की टीम में कुछ बदलाव निश्चित होंगे। पहला नियमित टेस्ट कप्तान जो रूट की वापसी होगी और दूसरा स्टूअर्ट ब्रॉड की भी वापसी होगी।