एक कैलेंडर ईयर में दूसरी बार सबसे ज्यादा डक पर हुए आउट
साल 2008 में भारतीय क्रिकेट टीम के लिये डेब्यू करने के बाद विराट कोहली रुके नहीं है, वह उनके करियर का पहला साल रहा जब उनके बल्ले से कोई शतक नहीं निकला था। इसके बाद जब कोहली ने रन बनाना शुरु किया तो लगातार 2019 तक एक भी कैलेंडर ईयर ऐसा नहीं रहा जिसमें उन्होंने शतक नहीं लगाया और 70 शतक पूरे कर लिये। हालांकि विराट कोहली के खराब प्रदर्शन का दौर यहीं से शुरू हो गया जिसकी वजह से लगातार दूसरे साल वह कोई शतक नहीं लगा पाये हैं। विराट कोहली ने अपने टेस्ट करियर का आगाज 2011 में किया था जिसमें वो सिर्फ 5 ही पारी खेले थे और 2 बार जीरो पर आउट हुए थे। हालांकि इसके बाद 2018 तक वो सिर्फ 6 बार ही जीरो पर आउट हुए जबकि अगले 2 सालों में ही वो इस आंकड़े को दोहरा बैठे। इतना ही नहीं अकेले 2021 में विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट में 4 बार डक का शिकार हुए हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गये पिछले मैच में ही कोहली ने महेंद्र सिंह धोनी के सबसे ज्यादा जीरो पर आउट होने वाले कप्तान का रिकॉर्ड भी तोड़ा था। इतना ही नहीं पिछले 2 सालों में कोहली की बल्लेबाजी औसत 30 से कम हो गई है।
लगातार एक गलती कर रहे हैं विराट कोहली
उल्लेखनीय है कि सेंचुरियन टेस्ट में विराट कोहली ने लगातार दोनों पारियों में एक जैसा शॉट खेलकर अपनी विकेट गंवायी, हालांकि हैरानी की बात यह है कि साल 2018 के बाद से विराट कोहली बाहर जाती हुई गेंद पर ड्रॉइव लगाने के चक्कर में 11 बार कैच थमा कर अपना विकेट गंवा चुके हैं। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या कोहली को तकनीकी रूप से कोई परेशानी हो रही है या फिर मानसिक रूप से कोहली समस्या से जूझ रहे हैं। विराट कोहली को अपने फॉर्म में वापस आने के लिये इस दिक्कत से उबरना होगा वरना बल्लेबाजी की उनकी औसत लगातार गिरती ही नजर आयेगी। 2020 में कोहली के बल्ले से 19.33 की औसत से रन आये तो वहीं पर 2021 में वो अब तक सिर्फ 29.33 की औसत से रन बना सके हैं।
कोहली के लिये जारी है शतकों का सूखा
गौरतलब है कि 2020 में विराट कोहली के लिये 12 सालों में पहला साल था जब उनके बल्ले से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के किसी भी प्रारूप में कोई शतक नहीं आया था, हालांकि सेंचुरियन टेस्ट के चौथे दिन उनके आउट होने के बाद यह लगातार दूसरा साल बन गया जब उनके बल्ले से कोई शतक नहीं आ पाया है। आपको बता दें कि साल 2008 में जब विराट कोहली ने डेब्यू किया था तो 5 पारियों में एक भी शतक नहीं लगा सके थे। इसके बाद 2009 में उन्होंने 8 पारियां खेलकर एक शतक जड़ा था। वहीं 2010 में 8.33 प्रति पारी की औसत से 3 शतक जड़े।
यहां से कोहली के शतकों का आंकड़ा बढ़ता चला गया और उन्होंने 2011 में 4 शतक (11.75 प्रति पारी), 2012 में 8 शतक (5.75 प्रति पारी), 2013 में 6 शतक (7.17 प्रति पारी), 2014 में 8 शतक (5.88 प्रति पारी), 2015 में 4 शतक (9.25 प्रति पारी), 2016 में 7 शतक (5.86 प्रति पारी), 2017 में 11 शतक (4.73 प्रति पारी), 2018 में 11 शतक (4.27 प्रति पारी) और 2019 में 5 शतक (5.60) की औसत से रन बनाये हैं। 2020 से लेकर 2021 तक विराट कोहली 32 सीमित ओवर्स मैच और टेस्ट क्रिकेट की 24 पारियां खेल चुके हैं लेकिन इस दौरान एक भी शतक नहीं लगा पाये हैं।