1. क्विंटन डिकॉक ने घुटने टेकने से मना कर दिया-
यह मामला 2021 में हुए टी-20 वर्ल्ड कप का है जो संयुक्त अरब अमीरात में हुआ। इस विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका का प्रदर्शन अच्छा रहा लेकिन रन रेट के आधार पर वह आस्ट्रेलिया के सामने मत खा गया था। लीग स्टेज में दक्षिण अफ्रीका अपने बेहतर प्रदर्शन के साथ-साथ क्विंटन डी कॉक मामले को लेकर भी चर्चाओं में रहा। दरअसल दक्षिण अफ्रीका ने अपने खिलाड़ियों के साथ मिलकर यह रुख अपनाया हुआ था कि वह ब्लैक लाइव्स मैटर मामले पर मैदान पर घुटनों के बल बैठ कर अपना समर्थन जताएगा लेकिन क्विंटन डी कॉक ने ऐसा करने से मना कर दिया था जिसके चलते उन्होंने अपने आप को मैच खेलने से भी बाहर कर दिया।
हालांकि बाद में क्विंटन डी कॉक ने एक लंबा चौड़ा स्पष्टीकरण लिखा और खुद को काले लोगों के खिलाफ हो रहे अत्याचार के खिलाफ खड़ा बताया। इसके बाद उन्होंने दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों के साथ घुटने टेकने की बात पर सहमति जताई। इससे पहले इस बात ने एक विवाद का रूप ले लिया था जहां क्विंटन डी कॉक को ब्लैक लोगो के खिलाफ खड़ा दर्शाया गया था। इस विवाद में क्रिकेट साउथ अफ्रीका भी चर्चाओं में आया कि उसने अपने खिलाड़ियों के साथ जबरदस्ती उनसे बिना पूछे घुटने टेकने का कार्यक्रम तैयार कर दिया है जबकि क्विंटन डी कॉक इसके खिलाफ थे और उनका मानना था कि यह खिलाड़ी की निजी इच्छा के ऊपर होना चाहिए।
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2. इंग्लैंड में नस्लवाद का मामला-
नस्लवाद का एक और मामला इंग्लिश क्रिकेट बोर्ड से जुड़ा है और यह खिलाड़ी हैं अजीम रफीक, जिन्होंने दिसंबर 2020 में यॉर्कशायर क्लब के खिलाफ एक लीगल कंप्लेंट दर्ज कराई थी जहां पर बताया गया था कि उनकी नस्ल के आधार पर उनको प्रताड़ित किया जाता था और उनके साथ भेदभाव भी होता था। क्रिकेटर ने यह भी दावा किया था कि यॉर्कशायर क्लब की जड़ों में नस्लवाद है और जिसके चलते यह खिलाड़ी सुसाइड तक करने के लिए मजबूर हो गया था। यह मामला लंबा चला जिसके चलते यॉर्कशायर क्लब के चेयरमैन को इस्तीफा भी देना पड़ा और फिर यॉर्कशायर को किसी पर अंतरराष्ट्रीय मुकाबले की मेजबानी करने से रोक दिया गया। इस मामले की चपेट में इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन भी आए जिनके ऊपर नस्लवाद का आरोप लगा और उनको भी बीबीसी ने अपने प्रोग्राम से हटा दिया था।
3. तालिबान ने अफगानिस्तान क्रिकेट को टेकऑवर कर लिया-
अफगानिस्तान क्रिकेट साल 2021 में काफी चर्चाओं में रहा क्योंकि तालिबान ने इसका टेकओवर कर लिया था जिसके बाद महिला क्रिकेट पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। क्योंकि तालिबान की विचारधारा में महिलाओं के लिए खेल में भाग लेने की मनाही है। इसके चलते अफगानिस्तान क्रिकेट टीम को क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने सीधी सीधी चेतावनी भी दी थी और कहा था कि अगर वह महिलाओं को क्रिकेट में लेकर नहीं आता है तो अफगान क्रिकेट बोर्ड के साथ द्विपक्षीय सीरीज खेलना संभव नहीं होगा।
4. सिडनी में सिराज के साथ नस्लीय बर्ताव-
ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच पिछले साल के शुरू के अंत में हुई टेस्ट सीरीज जितनी ऐतिहासिक रही उतनी क्रिकेट के इतिहास में कम ही प्रतियोगिताएं खेली गई है। हालांकि यह टूर्नामेंट भी विवादों से परे नहीं रहा क्योंकि दोनों टीमों के बीच खेले गए तीसरे और सिडनी टेस्ट मैच में मोहम्मद सिराज पर लगातार ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों द्वारा नस्लीय तंज कसे गए। चौथे दिन सिराज ने अपने कप्तान को यह बातें बताई और अंपायरों को रोकटोक करनी पड़ी जिससे इस खेल को कुछ समय के लिए रोक दिया गया। बाद में मामले की जांच हुई और लोकल पुलिस भी इंवॉल्व हो गई जिसके चलते 6 लोगों को भीड़ में पहचाना गया और उनको स्टेडियम से बाहर खदेड़ दिया गया।
5. टिम पेन के आपत्तिजनक मैसेज-
यह मामला थोड़ा पुराना है जब टिम पेन ने अपनी एक महिला सहकर्मी के साथ मैसेज के जरिए ऐसी बातचीत की थी जो शालीनता के दायरे में नहीं आती है लेकिन तब पेन कप्तान नहीं थे और यह मामला बहुत चर्चित नहीं हुआ था। बाद में स्टीव स्मिथ बॉल टेंपरिंग कांड में शामिल हुए और टिम पेन ने आस्ट्रेलिया की कमान संभाली और साल 2021 में एक मीडिया हाउस ने पेन की यह सेक्स चैटिंग सार्वजनिक कर दी जिसके चलते टिम पेन को ना केवल शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा बल्कि क्रिकेट आस्ट्रेलिया के लिए भी स्थिति असहज हो गई। फिर टिम पेन ने कप्तानी से इस्तीफा देकर खुद का मुंह ग्रुप पर्दे के पीछे छुपाना ही उचित समझा। इस दौरान पेन ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के साथ-साथ अपनी पत्नी, अपने परिवार और अपने फैंस से भी माफी मांगी।
6. न्यूजीलैंड ने पाकिस्तान का दौरा कैंसिल कर दिया-
यह मामला बहुत ज्यादा विवादों में तब आया जब T20 वर्ल्ड कप से कुछ समय पहले ही न्यूजीलैंड की टीम ने पाकिस्तान का टूर किया। यह टूर कई सालों बाद हुआ था और पाक क्रिकेट को अपने देश में फिर से खेल के ढांचे को स्थापित करने को लेकर बहुत अरमान आगे बढ़ चुके थे। सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था कि न्यूजीलैंड की टीम ने सफेद गेंद की इस सीरीज में उस दिन पलायन करने का फैसला किया जिस दिन अंतरराष्ट्रीय मुकाबला खेला जाना था। कीवी क्रिकेट टीम के इस कदम से पाकिस्तान अवाक रह गया और पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटरों ने इस मामले पर तीखी प्रतिक्रिया दी और पीसीबी चेयरमैन रमीज रजा ने तो साफ तौर पर कह दिया था कि वह टी-20 वर्ल्ड कप में भारत के अलावा में न्यूजीलैंड और इंग्लैंड को हराने की ओर देख रहे हैं।
7. रोहित शर्मा ने विराट कोहली को वनडे कप्तान के तौर पर रिप्लेस कर दिया-
टी20 विश्व कप से पहले विराट कोहली ने इस प्रतियोगिता के बाद T20 कप्तानी से हटने का फैसला किया था वह एक खिलाड़ी के तौर पर क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट में खेलना जारी रखना चाहते थे। वह वनडे और टेस्ट मैचों की कमान को संभाले रखना चाहते थे लेकिन भारतीय सीनियर क्रिकेट टीम के चयनकर्ताओं की सोच कुछ और थी क्योंकि उन्होंने ना केवल विराट कोहली से वनडे कप्तानी छीन ली बल्कि कोहली इस बात की सही से सूचना भी नहीं दी गई। कोहली ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया था कि उन्होंने केवल उन्होंने दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए जाने वाली भारतीय टेस्ट टीम का चयन होने से 90 मिनट पहले ही इस बात की सूचना पाई थी कि वे अब ओडीआई कप्तान नहीं है। इससे पहले गांगुली ने कहा था कि उन्होंने विराट कोहली से डिस्कस किया है कि वह T20 कमान ना छोड़े लेकिन कोहली का कहना है कि बीसीसीआई ने उनसे किसी तरह का कोई संपर्क नहीं किया।
8. डेविड वॉर्नर को सनराइजर्स हैदराबाद की कमान से हटाना-
डेविड वार्नर और सनराइजर्स हैदराबाद एक दूसरे के पर्याय रहे हैं लेकिन आईपीएल का 2021 सीजन ऑस्ट्रेलिया के इस खब्बू बल्लेबाज के लिए एक बुरा सपना साबित हुआ। डेविड वॉर्नर बल्ले से बहुत अच्छा परफॉर्म नहीं कर पा रहे थे लेकिन उनको ना केवल एक कप्तान के तौर पर बेदखल कर दिया गया बल्कि एक बल्लेबाज के तौर पर भी टीम से बाहर कर दिया गया। डेविड वॉर्नर की हालत बाद में ऐसी हो गई थी कि वह टीम के डगआउट का भी हिस्सा नहीं रहे थे। आज भी सनराइजर्स हैदराबाद की फ्रेंचाइजी इस बात का स्पष्ट जवाब नहीं दे पाई है कि उसने इस दिग्गज खिलाड़ी के साथ ऐसा सलूक क्यों किया।
9. शाकिब अल हसन का बर्ताव-
बांग्लादेश के दिग्गज खिलाड़ी शाकिब उल हसन किसी ना किसी कारणों से चर्चा में रहते हैं कभी-कभी बहुत ही खफा दिखाई देते हैं। क्रिकेट में भ्रष्टाचार रोकने को लेकर ना उठाए गए कदमों के चलते शाकिब अल हसन को कुछ समय के लिए बैन किया गया था यह भी एक विवाद था और उन्होंने ढाका प्रीमियर लीग के दौरान मोहम्मददीन स्पोर्ट्स क्लब की कप्तानी करते हुए भी एक विवाद पैदा किया। इस आलराउंडर ने गुस्से में स्टंप को एक बार लात मारी और दूसरी बार फेंक दिया। इस मामले की जानकारी कुछ वीडियो से मिलती है जिसमें पहला वाक्या यह है कि शाकिब अल हसन गुस्से में अपना आपा खो बैठे क्योंकि अंपायर का फैसला उनके पक्ष में नहीं गया था और दूसरा फैसला तब का है जब बारिश के चलते हैं अंपायर ने खिलाड़ियों को मैदान से बाहर ले जाने का फैसला किया और शाकिब उल हसन इस बात से भी खुश नहीं हुए। हालांकि बाद में अल हसन को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने पछतावा जताते हुए अपने फैंस और फॉलोअर्स से अपने बर्ताव के लिए माफी मांगी थी।
10. रवि शास्त्री की बुक लॉन्च-
भारत का इंग्लैंड दौरा भी विवादों में रहा क्योंकि इस दौरान टीम इंडिया ने पांचवा टेस्ट मैच खेलने से साफ इनकार कर दिया था और वजह बनी थी टीम इंडिया के खेमे में कोरोनावायरस का फैलना। इस मैच से पहले भारत का चौथा मुकाबला ओवल में हुआ था जिस दौरान रवि शास्त्री ने अपना एक बुक लॉन्च इवेंट किया था। कई लोगों ने रवि शास्त्री के इस बुक लॉन्च प्रोग्राम को भारतीय खेमे में कोरोनावायरस के प्रसार का जिम्मेदार बताया। कप्तान विराट कोहली भी इस बुक लॉन्च प्रोग्राम में मौजूद थे।
रवि शास्त्री का यह बर्ताव भारतीय मीडिया में अच्छे तरीके से नहीं लिया गया और टीम इंडिया ने जिस तरीके से एक टेस्ट में छोड़कर आईपीएल में भागने की जल्दबाजी दिखाई वह भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बिरादरी में अच्छे तरीके से नहीं ली गई। हालांकि रवि शास्त्री ने बेबाक अंदाज में साफ कहा था कि उनके बुक लॉन्च सेब टीम इंडिया में कोरोनावायरस के फैलने का कोई मतलब नहीं बैठता है। वैसे बीसीसीआई ने भी इस मामले पर नाराजगी दिखाई थी क्योंकि इस बुक लॉन्च इवेंट के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड से किसी तरह की कोई परमिशन नहीं ली गई थी।