शोरिफुल इस्लाम ने बताया क्यों मनाया ऐसा जश्न
बांग्लादेशी खिलाड़ी शोरिफुल इस्लाम ने अपने देश के प्रमुख अंग्रेजी अखबार डेली स्टार से बात करते हुए बताया कि भारत के खिलाफ जीत दर्ज करने की बड़ी वजह यह थी हम उनके खिलाड़ियों को यह बताना चाहते थे कि जब कोई टीम फाइनल में हारती है और विरोधी टीम ऐसा जश्न मनाती है तो कैसा महसूस होता है।
उन्होंने कहा, 'भारत की इस टीम ने हमसे दो बार बड़े-बड़े मुकाबले जीते और उसने हमारे साथ ऐसा ही किया था। हम अतीत में उनसे दो करीबी मुकाबले हारे थे। पहला एशिया कप सेमीफाइनल था (साल 2018) और फिर एशिया कप फाइनल (2019 में)। मैं बता नहीं सकता कि वे दो हार कैसी महसूस होती थीं।'
2 बार बड़े मुकाबले जीतकर भारतीय खिलाड़ियों ने किया था ऐसा व्यव्हार
शोरिफुल इस्लाम ने कहा कि भारतीय खिलाड़ियों ने एशिया कप के दौरान हमें 2 बार बड़े मुकाबलों में हराया और उसके बाद ऐसा ही जश्न मनाया। इस कारण मेरे जहन में वो यादें बरकरार थी जो कि जीत के बाद कुछ इस कदर निकली।
उन्होंने कहा,' जब मैं फाइनल (वर्ल्ड कप फाइनल) में उतरा, तो मैं यही सोच रहा था कि उन्होंने जीतने के बाद क्या किया था और हमने हारकर कैसा महसूस हुआ था। इस बार हम वैसा ही नहीं होने देना चाहते थे जो पहले दो बार हो चुका था। हम अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहते और अपनी पूरी ताकत के साथ अंतिम बॉल तक लड़ना चाहते थे।'
फाइनल मुकाबले में जानें क्या हुआ था
गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका के सेनवेस पार्क में खेले गये इस खिताबी मुकाबले में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए बांग्लादेश के सामने 178 रन का लक्ष्य रखा था। भारतीय टीम ने रवि बिश्नोई की शानदार गेंदबाजी के दम पर मैच को रोमांचक बना दिया था लेकिन बारिश से प्रभावित इस मैच को बांग्लादेश ने 3 विकेट से जीत लिया।
जीत के बाद बांग्लादेशी खिलाड़ी मैदान पर पहुंचे और बेहद भड़काउ तरीके से जश्न मनाया। जश्न में डूबे कुछ खिलाड़ियों ने भारतीय खिलाड़ियों के साथ धक्का मुक्की और गाली-गलौज भी की।
आईसीसी ने की कड़ी कार्रवाई
मैच के बाद बांग्लादेश के कप्तान अकबर अली ने भी इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया तो भारतीय कप्तान प्रियम गर्ग ने इस घटना को 'डर्टी' बताया। वहीं खिलाड़ियों के ऐसे व्यव्हार को लेकर आईसीसी ने अपने कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन करने के लिये दोनों टीमों के खिलाड़ियों पर कार्रवाई की।
इसके तहत आईसीसी ने दो भारतीय और तीन बांग्लादेशी खिलाड़ियों को दोषी पाया और इन पर जुर्माने के रूप में डिमेरिट अंक लगाए। आईसीसी ने इस मामले में भारत के आकाश सिंह और रवि बिश्नोई के अलावा बांग्लादेश के तौहीद हृदोय, शमीमी हुसैन और राकिबुल हसन को दोषी पाया है।