शतक पर जानें क्या बोले जायसवाल
पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल में शतक लगाने के बाद भारत के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने कहा कि उनका विश्व कप में शतक लगाने का सपना पूरा हो गया।
मैच के बाद बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने कहा, 'यह मेरे लिए सपने के सच होने जैसा है। मैंने अपने देश के लिए जो किया, उससे मैं काफी खुश हूं। मैं इसे शब्दों में बयां नहीं करता। मैं यह बात कभी नहीं भूल सकता कि मैंने पाकिस्तान के खिलाफ विश्व कप में शतक लगाया।'
जायसवाल ने खोला शतक लगाने का राज, इस वीडियो से मिली प्रेरणा
मैच के बाद बात करते हुए जायसवाल ने कहा कि पारस म्हामबरे सर ने इस बात को सुनिश्चित किया कि हम पाकिस्तान के खिलाफ इस मैच को किसी और मैच की ही तरह लें। इसके लिये उन्होंने हमें राहुल द्रविड़ सर की एक वीडियो दिखाई।
जायसवाल ने कहा कि राहुल द्रविड़ सर ने अपनी इस शॉर्ट वीडियो में हमें प्रेरणा देते हुए समझाया कि याद रखो क्रिकेट किसी और खेल की तरह ही बस एक गेम है जिसे सिर्फ 22 गज के मैदान पर खेला जाता है। इसे सिर्फ किसी और मैच की ही तरह खेलो और सबसे जरूरी है इसका लुत्फ उठाओ।'
जायसवाल ने कहा कि राहुल द्रविड़ सर के शब्दों ने काफी मदद की और मैं अपने डर पर काबू पाकर पाकिस्तान के खिलाफ शतक लगा सका।
जायसवाल ने कहा-यह तो बस शुरुआत है
भारतीय अंडर-19 टीम ने मंगलवार को सेन्वस पार्क में खेले गये सेमीफाइनल मैच में पाकिस्तान की अंडर-19 टीम को 10 विकेट से हराया। यशस्वी के साथ उनके जोड़ीदार दिव्यांश सक्सेना ने नाबाद 59 रनों की पारी खेल जीत में अहम योगदान दिया।
यशस्वी ने कहा, 'यह तो अभी शुरुआत है। मुझे भविष्य में भी कड़ी मेहनत करनी है। मैं और सक्सेना आपस में बात कर रहे थे कि हमें विकेट पर खड़े रहना है। उन्होंने शुरुआत में अच्छी गेंदबाजी की और हमें संभलकर खेलना पड़ा।'
बेटे का शतक देख आंखो में आ गये आंसू
यशस्वी जायसवाल के पिता भूपेंद्र जायसवाल जो कि एक छोटी हार्डवेयर स्टोर की दुकान चलाते हैं ने मैच के बाद कहा कि उनका पूरा परिवार टीवी पर मैच देख रहा था।
उन्होंने कहा,' हम लोगों ने टीवी से तब तक नजरें नहीं हटाई जब तक कि भारत ने पाकिस्तान को हरा नहीं दिया। दबाव में होने के बावजूद मेरे बेटे ने अच्छा खेल दिखाया और भारत के लिये जीत सुनिश्चित की। जब उसने छक्का लगाकर अपना शतक और भारत की जीत पूरी की हम सब भावुक हो गये थे और हमारी आंखों में आंसू थे।'