पंत के 1 हजार रन साबित हुए स्पेशल-
पंत एक बार फिर से विदेशी जमीन पर हैं और लोगों की निगाहें उनके प्रदर्शन पर टिकी हुई है। पंत फ्लॉप तो नहीं रहे लेकिन उस तरह की आतिशी झलक भी नहीं दिखी जिसके लिए वे जाने जाते हैं। हां, पंत ने छोटी-छोटी तेज पारियां खेली हैं लेकिन एक बड़ी पारी की दरकार जरूर है। हो सकता है आने वाले टेस्ट मैचों में या आने वाली पारियों में उनके बल्ले से कुछ अच्छा फिर से दिख जाए। फिलहाल पंत ने लॉर्ड्स में चल रहे दूसरे टेस्ट मुकाबले की पहली इनिंग में 58 गेंदों पर 37 रनों की ठीक-ठाक पारी खेली, जिसमें उन्होंने पांच चौके लगाए।
इसके साथ ही ऋषभ पंत ने विदेशी धरती पर 1000 रन का आंकड़ा भी पार कर लिया। यह कोई बहुत छोटी उपलब्धि नहीं है क्योंकि पंत की उम्र भी ज्यादा नहीं है और खास बात यह है कि उनसे पहले सिर्फ तीन भारतीय विकेटकीपर ही ऐसा कर पाए हैं। इन तीन विकेट कीपरों में महेंद्र सिंह धोनी नंबर वन पर है जिन्होंने विदेशी धरती पर 2496 रन बनाए। फारुख इंजीनियर 1209 रन के साथ दूसरे नंबर पर है और सैयद किरमानी 1109 के साथ तीसरे नंबर पर विराजते हैं।
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विदेशों में भारत के टॉप विकेटकीपर-बल्लेबाज बनने की ओर पंत-
ऋषभ पंत के इस समय विदेशी धरती पर 1005 रन पूरे हो चुके हैं। जाहिर है पंत अब महेंद्र सिंह धोनी को भी दो-तीन साल में पीछे छोड़ देंगे। पंत विदेशी धरती पर भारत के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर बल्लेबाज बताए जाते हैं, और उन्होंने केवल 29 पारियों में ही यह 1000 रन पूरे किए हैं जबकि महेंद्र सिंह धोनी ने इसके लिए 32 पारियां ली थी और फारुख इंजीनियर को 33 पारियां लगी थी।
ऋषभ पंत के पास इंग्लैंड की जमीन पर अधिक से अधिक रन बनाने का मौका है जहां पर महेंद्र सिंह धोनी 778 रन बनाकर भारतीय विकेटकीपरों में नंबर वन बल्लेबाज बने हुए हैं। भारत के ऋषभ पंत को दक्षिण अफ्रीका के क्विंटन डिकॉक के जैसा माना जा सकता है जो हालिया समय में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर बल्लेबाज है। डिकॉक ने 2018 से अब तक 46 टेस्ट पारियों में 1658 रन बनाए हैं जबकि ऋषभ पंत इस दौरान 37 पारियों में 1465 रन बना पाए हैं हालांकि पंत का औसत 43.08 का रहा जबकि डिकॉक ने लगभग 37 की औसत से रन बनाए।
इंग्लैंड में एक-दो धमाकों की दरकार अभी बाकी-
दूसरी ओर, भारतीय टीम को अपने इंग्लिश दौरे पर कोई खास सफलता नहीं मिली है। उनको वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में हार का सामना करना पड़ा था, जबकि इंग्लैंड के खिलाफ पहला टेस्ट मैच ड्रा हो गया और अब दूसरे मैच में टीम इंडिया ठीक स्थिति में दिख तो रही है लेकिन जो रूट गेंदबाजों के लिए समस्या बने हुए हैं। ऋषभ पंत की 1-2 तेज पारियां इस सीरीज में भारत को बढ़िया एडवांटेज दे सकती हैं। ऐसे में सभी क्रिकेट फैंस की नजरे अपने चहेते ऋषभ पंत की बल्लेबाजी पर फिर से टिकी रहेंगी।