फिरकी में फंस सकते हैं विराट :
भारतीय बल्लेबाजों को फिरकी खेलने का 'मास्टर' कहा जाता है लेकिन इस आर्ट में विदेशी फिरकी गेंदबाजों ने सेंध लगा दी है। टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली जिन्होंने पूरी दुनिया में तेज गेंदबाजों की धुनाई की है वो फिरकी पर हाल के दिनों में नाचते दिखे हैं। हेडिंग्ले ODI में जब आदिल रशिद ने उन्होंने घूमती गेंद पर बोल्ड किया तो उनका चेहरा देखने लायक था। उन्होंने खुद कबूल किया कि वो अचंभित रह गए। ODI के पिछले तीन मुकाबलों में कोहली तीनों बार स्पिनर की घूमती गेंद पर आउट हुए हैं। इंग्लैंड के खिलाफ पहले ODI में जब कोहली स्टंप आउट हुए थे तो पिछले 7 सालों में यह पहला मौका था जब वो स्टंप आउट हुए, गेंदबाज थे आदिल रशीद। विराट की इस कमजोरी को भांपते हुए इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने संन्यास ले चुके आदिल रशीद को टेस्ट टीम में वापस बुलाने का बड़ा साहसिक फैसला लिया है। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने इस फैसले को गलत बताया तो रशीद ने उनके बयान को बेवकूफाना बयान बता दिया।
क्या स्पिन बन रहा विराट की नई कमजोरी ?
साल 2014 के इंग्लैंड दौरे पर उन्हें मोईन अली ने भी काफी परेशान किया था और कई बार विराट के विकेट भी झटके थे। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि तेज गेंदबाजों के छक्के छुड़ाने वाले विराट क्या फिरकी में फंसेंगे या इससे निकल पाएंगे ? इंग्लैंड के खिलाफ पेस और स्पिन पर बनाए रन और औसत की बात करें तो कोहली ने हाल के सीरीज में तेज गदंबाजों के खिलाफ 116 गेंदों का सामना कर 100 की औसत से रन बनाए जबकि स्पिन के खिलाफ कुल 75 गेंदों का सामना कर 79 की औसत से रन बनाए। इतना ही नहीं आईपीएल-2018 की 14 पारियों में वो 8 बार स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ आउट हुए। क्या स्पिन गेंदबाजी को खेलना उनकी कोई नई कमजोरी तो नहीं बन रही है ?
कौन होगा टीम इंडिया की पेस तिकड़ी :
पहले टेस्ट मैच की पूर्व संध्या पर टीम के कप्तान कोहली और कोच रवि शास्त्री ने टीम इंडिया के खिलाड़ियों से लंबी बातचीत की है। शास्त्री ने विराट की टीम इंडिया का इंग्लैंड पर हावी रहने का दावा किया है लेकिन दक्षिण अफ्रीका दौरे पर इस टीम की सबसे बड़ी मजबूती इंग्लैंड दौरे पर सबसे बड़ी कमजोरी बन सकती है। हाल में दक्षिण अफ्रीकी दौरे पर गई टीम इंडिया ने तीन टेस्ट में कुल 60 विकेट लिए थे जिनमें से 50 विकेट तेज गेंदबाजों ने झटके थे। तीनों टेस्ट मैच की टीम इंडिया की जिस पेस तिकड़ी ने पचास विकेट झटके थे उनमें से दो खिलाड़ी पूरी तरह मैच के लिए तैयार नहीं दिख रहे हैं। जसप्रीत बुमराह को पहले तीन टेस्ट में जगह नहीं मिली है, भुवनेश्वर मैच फिट हैं या नहीं इस पर संशय बना हुआ है। मोहम्मद शमी लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय मैचों से दूर रहे हैं और पारिवारिक कारणों की वजह से आईपीएल भी नहीं खेल पाए हैं। शार्दुल ठाकुर को अभी इंग्लैंड की पिचों पर बहुत कम एक्सपोजर मिला है। ऐसी स्थिति में सवाल सिर्फ एक ही है आखिर कौन होगा टीम इंडिया का मैच जिताऊ पेस तिकड़ी।
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धवन को 'कितना मिलेगा सहारा' :
टीम इंडिया के गब्बर कहे जाने वाले इस ओपनर का बल्ला इंग्लैंड के पूरे दौरे पर खामोश रहा है। हाल में जब इन्होंने विराट और पुजारा के साथ वार्मअप मैच के दौरान मैच की एक तस्वीर शेयर की और लिखा " कैसे ना हो गुजारा, जब साथ हो कोहली और पुजारा' लेकिन उनकी यह तुकबंदी उनके खराब फॉर्म पर भारी पड़ गई और यूजर्स ने उन्हें बुरी तरह ट्रोल कर दिया एक यूजर ने लिखा 'कब तक लोगे दूसरे का सहारा थोड़ा स्कोर खुद भी कर ले यारा'. टीम इंडिया के गब्बर इंग्लैंड दौरे पर पिछले दो टी-20 और तीन ODI में क्रमशः 4,10, 5, 36, 44. वो अब तक पूरी श्रृंखला में एक भी पचासा नहीं कर पाए हैं। ऐसी स्थिति में टीम को शानदार शुरुआत देने में वो कितना सफल होंगे ये तो वक्त ही बताएगा। टेस्ट से पहले एसेक्स के खिलाफ खेली गई दोनों पारियों में तो वो खाता भी नहीं खोल पाए थे ऐसी स्थिति में यह सवाल लाजमी है कि क्या वो टीम का सहारा बनेंगे या फिर टीम उनका सहारा बनेगी ?
रूट को "uproot' करने का निकालना होगा प्लान :
बेबी फेस वाले इंग्लिश टीम के कप्तान जो रुट टीम इंडिया के लिए आने वाले टेस्ट सीरीज में सबसे बड़ा सिरदर्द बन सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि वो मौजूदा दौरे में ODI मुकाबले में लगातार दो शतक लगाकर फॉर्म में वापसी कर चुके हैं। टी-20 मुकाबलों में भले ही कुलदीप ने उन्हें परेशान कर दो बार आउट भी किया लेकिन उन्होंने इसका तोड़ निकाल लिया है। आंकड़ों की बात करें तो 30 जुलाई तक उनका टेस्ट औसत 52.28 है लेकिन टीम इंडिया के खिलाफ उनका औसत 68.87 है। अब तक खेले कुल 69 टेस्ट मैच में उन्होंने टीम इंडिया के खिलाफ दूसरे सबसे अधिक रन बनाए हैं। उन्होंने भारत के खिलाफ कुल 1102 रन बनाए हैं जिसमें 3 शतक शामिल हैं और उन्होंने पिछले भारतीय दौरे पर अश्विन और जडेजा की भी जमकर धुनाई की थी। हाल के ODI मैचों में 'अनबुझे' कुलदीप की गेंदों पर भी उन्होंने जमकर रन बटोरे हैं। टीम इंडिया को टेस्ट में जीत के लिए विराट की भाषा में इस खिलाड़ी को "uproot' करने का तोड़ ढूंढना होगा। विराट के रुट को उपरूट करने का बयान पिछले भारतीय दौरे में खूब सुर्खियां बना था।
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पुजारा और रहाणे का फॉर्म :
किसी भी टेस्ट टीम की जीत में सबसे अहम भूमिका मध्यमक्रम बल्लेबाजों का होता है लेकिन हाल के दिनों में पुजारा और रहाणे का फॉर्म विदेशी दौरों पर हमेशा चिंता का विषय बनता जा रहा है। मैच की पूर्व संध्या पर रहाणे ने कहा कि अभी टीम का माहौल अच्छा है और यहां अच्छे रन बनाने के लिए सबसे अधिक धैर्य की जरूरत होती है। उन्होंने यह भी कहा कि 'पास्ट में क्या हुआ मैं उस पर बहुत ध्यान नहीं दे रहा हूँ लेकिन वर्तमान में रहकर आपको टीम के लिए रन बनाने होंगे'. पुजारा दक्षिण अफ्रीकी दौरे पर भी बहुत कमाल नहीं कर पाए थे और एसेक्स के खिलाफ खेले गए मैच में दोनों पारियों में महज 1 और 23 रन ही बना पाए थे। अब ऐसी स्थिति में यह सवाल उठना लाजमी है कि क्या इन दो खिलाड़ियों के पिछले रिकॉर्ड को तरजीह दी जाएगी या फिर टीम के विनिंग कॉम्बिनेशन में कुछ बदलाव किया जाएगा जैसा कि टीम के कोच ने कहा है। टीम इंडिया को शास्त्री के शब्दों में 'fearless' क्रिकेट खेलने के लिए पहले इन 5 फियर को दूर करना होगा तभी डर के आगे जीत भी मिल सकती है।