नई दिल्ली। इंग्लैंड की क्रिकेट टीम ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज के साथ अपने समर सीजन का आगाज किया, हालांकि 0-1 से मिली हार ने इंग्लैंड की पोल खोल कर रख दी है। इस हार के बाद टीम के लिये 4 अगस्त से भारत के खिलाफ शुरू होने वाली 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में जीत हासिल करना आसान नहीं होने वाला। घरेलू परिस्थितियों का फायदा होने के बावजूद इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन और माइकल वॉन का मानना है कि घरेलू सीरीज में भारत को हराना आसान नही होने वाला है जिसने पिछले कुछ समय में विदेशी सरजमीं पर काफी अच्छा प्रदर्शन किया है।
टॉप ऑर्डर में अच्छे बल्लेबाजों की कमी और चोट के चलते बाहर चल रहे जोफ्रा आर्चर की गैर मौजूदगी के कारण इंग्लैंड की टीम अपनी मजबूत लय में नजर नहीं आ रही है, फिर भी इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टर कुक का मानना है कि भारतीय टीम के पास खुद काफी बड़ी कमजोरी है जिसका फायदा इंग्लैंड की टीम उठाती नजर आयेगी।
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बीबीसी के टेस्ट मैच स्पेशल पोडकास्ट में बात करते हुए कुक ने कहा,' भारत एक मजबूत टीम है, हालांकि इंग्लिश गेंदबाज बॉल को मूव कराने में कामयाब हो जाते हैं तो उनकी जीत की संभावना बढ़ जायेगी। अगर अगस्त में परिस्थितियां नमी से भरपूर रहती हैं तो इंग्लिश गेंदबाज भारतीय टीम को अपनी गेंदों पर नचा सकते हैं। हां यह सच है कि उनके पास विश्व स्तरीय बल्लेबाज हैं लेकिन उनकी सबसे बड़ी कमजोरी गेंद का घूमना है। अगर आप यह करने में कामयाब होते हैं तो आपके जीतने के चांसेस बढ़ जाते हैं।'
गौरतलब है कि 5 मैचों की इस टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम इंग्लैंड की सरजमीं पर अपने टेस्ट सीरीज में हार के सिलसिले को रोकना चाहेगी। भारत ने साल 2007 में इंग्लैंड की सरजमीं पर कोई टेस्ट सीरजी जीती थी जिसके बाद वह 3 बार दौरा कर चुकी है और हर बार हार का सामना किया है। भारतीय टीम को 2011 में 0-4, 2014 में 1-3 और 2018 में 1-4 से हार का सामना करना पड़ा था।
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वहीं पर इंग्लैंड की टीम को अपनी रोटेशन पॉलिसी का सख्ती से पालन करना विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के क्वालिफिकेशन में भारी पड़ गया जिसमें भारत के खिलाफ 4 मैचों की टेस्ट सीरीज में उसे 1-3 से हार का सामना कर बाहर होना पड़ा। आपको बता दें कि इस बार कप्तान जो रूट ने पहले ही साफ कर दिया है कि वो विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के नये साइकिल के तहत होने वाली भारत-इंग्लैंड और एशेज सीरीज के दौरान रोटेशन पॉलिसी पर टिकने वाले नहीं हैं।