नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के ऑफ स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल मैच में कीवी टीम के हाथों मिली हार को लेकर पहली बार अपने दिल का हाल सुनाया है। साउथैम्पटन के मैदान पर खेले गये इस फाइनल मैच में केन विलियमसन की टीम ने विराट सेना को 8 विकेट से हराने का काम किया और टेस्ट प्रारूप के पहले चैम्पियन बने। फाइनल मैच में 4 विकेट हासिल करने वाले अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर पहली बार इस मुद्दे पर दिल का हाल सुनाते हुए कहा कि उस हार को पचा पाना काफी मुश्किल था, क्योंकि अपना बेस्ट देने के बावजूद चीजें उस तरह से नहीं घटी जैसा हम चाहते थे।
उन्होंने कहा,'मुझे लगता है कि जो खिलाड़ी पिछले विश्व कप में खेल नहीं पाये थे और जो सिर्फ टेस्ट प्रारूप में खेलते हैं उनके लिये विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल मैच में खेलना काफी मायने रखता है। जाहिर तौर पर चीजें हमारे हिसाब से नहीं गई जिसकी हमें उम्मदी थी। मुझे लगा था कि रिजर्व डे खास मददगार साबित नहीं होगा लेकिन यह फायदेमंद साबित हुआ और हमें नतीजा भी मिल गया।'
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रविचंद्रन अश्विन ने आगे बात करते हुए बताया कि न्यूजीलैंड टीम जीत की सही मायनों में हकदार रही, वो पूरे समय मैच में बने रहे, गेंद को लगातार स्विंग कराते रहे और ग्रीन पिच हमें रास नहीं आयी। इंग्लैंड यात्रा करने के लिये आसान जगह नहीं और पहुंचते ही विकेट लेना और स्कोर करना आसान नहीं है। हम आईपीएल के बाद एक महीने तक ब्रेक पर थे और कोई मैच नहीं खेले। मैं बहाना नहीं दे रहा लेकिन हमने अपना बेस्ट शॉट दिया पर वो हासिल नहीं कर सके। यह बहुत ही निराशाजनक रहा।
अश्विन ने आगे बात करते हुए बताया कि न्यूजीलैंड के हाथों मैच गंवाने के बाद उनका दिमाग पूरी तरह से सुन्न पड़ गया था क्योंकि हमें विश्वास था कि हम आईसीसी टूर्नामेंट को जीतने का सूखा मिटा सकेंगे।
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उन्होंने कहा,'मैं मैच के बाद पूरी तरह से सुन्न हो गया था यह सोचकर कि आखिरकार क्या हो गया। यहां तक कि आखिरी दिन भी मुझे विश्वास था कि मैच हमारे हाथ में है। केन विलियमसन के एलबीडब्ल्यू पर बॉल ट्रैकर में विकेट का मिस करना काफी दुर्भाग्यशाली था। मैच खत्म हुआ और यह काफी निराश करने वाला था। जाहिर सी बात है कि फैन्स को भी निराशा होनी थी जो कि सही भी है। करोड़ों भारतीय लॉकडाउन और महामारी के बीच एक अच्छी खबर का इंतजार कर रहे थे लेकिन ऐसा हुआ नहीं। अब बस यही उम्मीद है कि हम जल्द ही कोई आईसीसी टूर्नामेंट जीत सकें।