विकेटकीपिंग का लुत्फ उठा रहें हैं लोकेश राहुल
मैच के बाद मीडिया से बात करते हुए लोकेश राहुल ने कहा कि वह टीम में मिली अपनी इस जिम्मेदारी का भरपूर आनंद उठा रहे हैं।
राहुल ने कहा, 'ईमानदारी से कहूं तो मैं टीम में मिली इस नई जिम्मेदारी का आनंद उठा रहा हूं। मेरे लिये अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विकेटकीपिंग करना बिल्कुल नया सा प्रतीत होता है और ऐसा लगता है कि मैंने कभी कीपिंग नहीं की लेकिन ऐसा नहीं है। मैंने आईपीएल में अपनी टीम के लिए तीन-चार साल कीपिंग की है और साथ ही मैंने फर्स्ट क्लास टीम के लिए भी ओपनिंग के साथ-साथ कीपिंग भी की है। कीपिंग के साथ मैं हमेशा टच में रहा हूं।'
विकेटकीपिंग से बल्लेबाजी में मिल रहा है फायदा
ऑकलैंड में केएल राहुल ने भारत के लिये शानदार पारी खेली और महज 27 गेंदों में 56 रन की पारी खेलकर कप्तान विराट कोहली के साथ दूसरे विकेट के लिये 99 रनों की साझेदारी की। मैच के बाद लोकेश राहुल ने कहा कि विकेटकीपिंग करने की वजह से उन्हें बल्लेबाजी में काफी फायदा मिल रहा है।
उन्होंने कहा, ' जब आप विकेट के पीछे खड़े होकर गेंद पकड़ते हैं तो आपको इस बात का अंदाजा लग जाता है कि विकेट किस तरह से व्यव्हार कर रहा है। मैं अपने गेंदबाजों को यह संदेश दे सकता हूं और कप्तान की फील्ड सेटिंग में मदद कर सकता हूं। एक कीपर के तौर पर मेरी जिम्मेदारी सजग रहने की है। साथ ही अपने कप्तान को यह बता पाना कि किस बल्लेबाज के लिए कौन सी लेंग्थ अच्छी रहेगी बेहद जिम्मेदारी का काम होता है। विकेट के पीछे रहने से यह अतिरिक्त जिम्मेदारी आती है और इससे बल्लेबाजी में भी फायदा होता है।'
भारत को इसी तरह के आगाज की थी दरकार
भारतीय टीम न्यूजीलैंड में पांच टी-20, तीन वनडे और दो टेस्ट खेलेगी। केएल राहुल का मानना है विदेशी दौरे पर जब आप इतनी बड़ी सीरीज खेलने जाते हों तो इसी तरह की शुरुआत की दरकार होती है। इससे टीम को नई ऊर्जा मिली है और यह आगे के मैचों के लिहाज से फायदेमंद साबित होगी।
लोकेश राहुल ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछली वनडे सीरीज में नियमित विकेटकीपर ऋषभ पंत के चोटिल होने के बाद ग्ल्व्स संभाले और सीरीज में विकेट के पीछे और बल्ले से शानदार योगदान दिया। उनके प्रदर्शन से प्रभावित भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा था कि वह इस दोहरी जिम्मेदारी को जारी रखेंगे क्योंकि इससे टीम का संतुलन सही बन जाता है।