बढ़त का फायदा नहीं उठा सकी भारतीय टीम
भारतीय टीम ने 20 ओवर्स की समाप्ति तक अपने 5 विकेट महज 51 रन के स्कोर पर खो दिये हैं और जीत की ओर बढ़ रही टीम अचानक से मुश्किलों में घिरती नजर आ रही है। भारतीय टीम ने 100 रन की बढ़त जरूर हासिल कर ली है लेकिन पहली पारी में उसे जो बढ़त मिली थी अभी तक उसका फायदा नहीं उठा सकी है। भारतीय टीम के लिये दूसरी पारी में शुबमन गिल (1) तीसरी ही गेंद पर आउट होकर वापस पवेलियन लौट गये थे, जिसके बाद उम्मीद थी कि चौथे दिन का खेल जब शुरू होगा तो चेतेश्वर पुजारा और मयंक अग्रवाल के साथ पारी को बड़ी करता नजर आयेगा। हालांकि ऐसा हुआ नहीं और चौथे दिन के पहले डेढ़ घंटे में ही भारतीय टीम ने पहले चेतेश्वर पुजारा (22), फिर अजिंक्य रहाणे (4), मयंक अग्रवाल (17) और रविंद्र जडेजा (0) का विकेट गंवा दिया।
काइल जैमिसन के सामने फंसे पुजारा
भारत के लिये पहली पारी में 88 गेंदों का सामना कर महज 26 रनों का योगदान देने वाले उपकप्तान चेतेश्वर पुजारा दूसरी पारी में थोड़ी तेजी से रन बनाते नजर आये लेकिन महज 22 रनों का ही योगदान दे सकें। चेतेश्वर पुजारा से टीम को उम्मीद थी कि वो एक बड़ी पारी खेलें या फिर कम से कम चौथे दिन के पहले सेशन को बिना विकेट गंवाये निकालने में योगदान देंगे, पर ऐसा हुआ नहीं। भारतीय टीम ने चौथे दिन के खेल में महज 18 रन ही जोड़े थे कि काइल जैमिसन की गेंद पर चेतेश्वर पुजारा कैच थमा बैठे। चेतेश्वर पुजारा दोनों पारियों में एक ही तरीके से आउट होते नजर आये और अपनी गलती को दोहराते नजर आये।
स्पिन के सामने फिर फ्लॉप हुए कप्तान अजिंक्य रहाणे
भारतीय टीम के पहले सेशन में चेतेश्वर पुजारा का विकेट गंवा देने के बाद कप्तान अंजिक्य रहाणे बल्लेबाजी करने आये जिसके बाद यही उम्मीद थी कि लंबे समय से खराब फॉर्म से गुजर रहे रहाणे मौके का फायदा उठा कर अच्छी पारी खेलेंगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं। अजिंक्य रहाणे एक बार फिर से स्पिन गेंदबाज के सामने तीन स्टंप के सामने फंसे और महज 4 रन बनाकर वापस पवेलियन लौट गये। एजाज पटेल ने उन्हें एलबीडब्ल्यू कर वापस भेजा। भारत के लिये निराश करने वाली बात यह रही कि अजिंक्य रहाणे, शुबमन गिल, चेतेश्वर पुजारा और रविंद्र जडेजा कानपुर की पिच पर उसी तरह से आउट हुए जितना कि पिछली कई पारियों में उन्हें आउट होते हुए देखा गया है, जो कि दर्शाता है कि इन खिलाड़ियों ने अपनी गलती पर कोई काम नहीं किया है।