नई दिल्ली। आईपीएल का 12वां सीजन पूरी तरह से एक्शन पैक्ड इंवेट रहा है। चौके-छक्कों के भरपूर मनोरंजन के अलावा इस बार ऐसी घटनाएं भी बहुत हुई हैं जिन्होंने बड़े विवादों का रूप ले लिया था। इनमें चाहे आर अश्विन के हाथों जोस बटलर को मांकड़ रन आउट करना हो या फिर धोनी का डगआउट छोड़कर बीच मैदान में आना और अंपायर से बहस करना। ये दोनों ही खिलाड़ी बड़े शांत माने जाते हैं ऐसे में खासकर धोनी के व्यवहार ने तो अच्छे-अच्छों को अचंभे में डाल दिया था।
आपको बता दें कि धोनी आउट होने के बाद डगआउट में चले गए थे लेकिन उसके बाद बेन स्टोक्स द्वारा रविंद्र जडेजा को फेंकी गई गेंद पर विवाद हो गया। स्ट्रेट अंपायर ने उसको नो-बॉल कहा तो लेग अंपायर की राय दूसरी थी। बाद में जब नो-बॉल का फैसला वापस लिया गया तो धोनी डगआउट में बैठे हुए ही अपना आपा खो बैठे और फिर बाउंड्री को लांघते हुए अंपायरों से बहस में उलझ गए। इस दौरान वे बेहद गुस्से में दिख रहे थे।
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अब ऑस्ट्रेलियाई अंपायर साइन टॉफेल ने इस मामले पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है। सबसे पहले तो टॉफेल धोनी की इस हरकत पर काफी सरप्राइज दिखे। टॉफेल ने कहा कि किसी भी बाहर बैठे खिलाड़ी या कोच को अंपायर के फैसले में दखलअंदाजी नहीं करनी चाहिए। टॉफेल ने साफ कहा है कि इस मामले पर वो चाहते थे कि मैदानी अंपायर धोनी को बाहर का रास्ता दिखाए ना कि उनके साथ बातों में उलझे। अंपायरों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे खिलाड़ियों से प्रभावित ना हो और अपने फैसले खुद करें।
आपको बता दें कि धोनी की इस गैर उचित दखलअंदाजी के कारण उन पर मैच फीस का 50 फीसदी जुर्माना लगाया गया था। जिसको बाद में धोनी ने स्वीकार भी कर लिया था। हालांकि वीरेंद्र सहवाग, बिशेन सिंह बेदी आदि जैसे दिग्गज क्रिकेटरों के हिसाब से यह काफी कम सजा दी गई।