नई दिल्ली। भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी भले ही टेस्ट टीम के नियमित गेंदबाज बन चुके हों लेकिन उन्हें वनडे टीम में खेलने का मौका पिछले काफी समय से नहीं मिला है। शमी को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में शामिल तो किया गया लेकिन उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली। हालांकि ऐसा माना जा रहा है कि शमी को भारतीय टीम की रोटेशन पॉलिसी के चलते टीम में नहीं रखा गया है। लेकिन भारतीय टीम के गेंदबाज मोहम्मद शमी ने शुक्रवार को अपने कप्तान विराट कोहली की घरेलू सीरीज में रोटेशन पॉलिसी का समर्थन किया है। उन्होंने कहा है कि इससे उनकी तरह के खिलाड़ियों को अपने आप को लंबी अवधि के लिए तरोताजा रखने का पर्याप्त समय मिलता है।
शमी ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा, 'मैं पूरी तरह से कोहली की रोटेशन पॉलिसी का समर्थन करता हूं। इससे मुझ जैसे खिलाड़ियों को सिर्फ टेस्ट ही नहीं बाकी के प्रारूपों के लिए भी रेस्ट करने का मौका मिलता है।'
शमी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई सीरीज में टीम का हिस्सा थे हालांकि उन्होंने इस सीरीज में सिर्फ एक मैच बेंगलुरू में खेला था। इस मैच में वह महंगे साबित हुए थे और एक भी विकेट नहीं ले पाए थे। शमी और उमेश यादव दोनों टेस्ट क्रिकेट ज्यादा खेलते हैं जबकि भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह वनडे में टीम की पहली पसंद हैं। अब आगले महीने श्रीलंका के खिलाफ खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज में रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा जैसे खिलाड़ियों की वापसी हुई, जिन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली जाने वाली टी-20 सीरीज में नहीं चुना गया।
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