युवाओं ने मौके का फायदा उठाया
द्रविड़ ने जीत के बाद बयान देते हुए कहा, ''टेस्ट सीरीज को जीत के साथ खत्म करना अच्छा है, कानपुर में काफी करीब मैच पहुंचा था, लेकिन हम आखिरी विकेट नहीं ले सके। टीम को श्रेय जाता है। उन्होंने कठिन परिस्थितियों से खुद को फिर से लय में लाैटाया है क्योंकि कानपुर में मैच खत्म नहीं करने पर थोड़ा निराश थे। खिलाड़ियों को आगे बढ़ते हुए और अपने अवसरों का लाभ उठाते हुए देखकर अच्छा लगा, हमें कुछ सीनियर्स की कमी खल रही थी, लेकिन युवाओं ने मौके का फायदा उठाया।''
उन्हें अच्छा प्रदर्शन करते हुए देखना अच्छा लगता है
उन्होंने आगे कहा, ''जयंत यादव के लिए कल मुश्किल आ रही थी, लेकिन आज सुबह उसने ठीक खेल दिखाया। इनमें से बहुत से लोगों को (टेस्ट क्रिकेट का) ज्यादा खेलने का मौका नहीं मिलता है, लेकिन उन्हें अच्छा प्रदर्शन करते हुए देखना अच्छा लगता है, खासकर श्रेयस अय्यर, मयंक अग्रवाल, अक्षर पटेल और जयंत जैसे खिलाड़ियों को। जब सीनियर्स वापसी करते हैं तो इससे हमें बहुत सारे विकल्प खुलते हैं। हमें इसके बारे में सोचने की जरूरत नहीं थी, हमारे पास काफी समय था और हमें पता था कि हम उन्हें आउट कर सकते हैं। साथ ही, बहुत से युवाओं को चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में बल्लेबाजी करने के मौके की जरूरत थी। इस तरह की उछाल के साथ लाल मिट्टी के विकेटों पर खेलने के लिए खिलाड़ियों को विकसित होने में मदद मिलेगी। खासकर जब वे कहीं दाैरा करते हैं और विभिन्न परिस्थितियों में खेलते हैं। हम जानते थे कि हमारे पास उन्हें एक बार फिर से आउट करने के लिए बहुत समय है। खिलाड़ी विभिन्न प्रारूपों में काफी क्रिकेट खेल रहे हैं और हमें उन पर काम का बोझ कम करने की जरूरत है। लेकिन हर किसी के लिए जगह बनाना चुनौतीपूर्ण है, यह देखना अच्छा है कि खिलाड़ियों की संख्या बढ़ रही है। लेकिन यह एक अच्छा सिरदर्द है।''
न्यूजीलैंड को मिला था 540 रनों का लक्ष्य
बता दें कि चौथे दिन का खेल शुरू होने पर न्यूजीलैंड को जीत के लिए 400 रन चाहिए थे। उसके पांच विकेट बचे थे, हालांकि, दिन के पहले घंटे में न्यूजीलैंड ने बाकी के पांच विकेट गंवा दिए। इसलिए भारत ने आसानी से मैच जीतकर सीरीज 1-0 से जीत ली। मैच की आखिरी पारी में भारत ने न्यूजीलैंड को 540 रन पर चुनौती दी थी, लेकिन न्यूजीलैंड 167 रन पर ऑल आउट हो गई। कानपुर में हुआ पहला टेस्ट ड्रा पर समाप्त हुआ था।