वॉर्न ने टीम मैनेजमेंट के फैसले पर उठाये सवाल
शेन वॉर्न ने ऑस्ट्रेलियाई टीम की हार के बाद टीम मैनेजमेंट के कई निर्णय पर सवाल उठाये और इतना ही नहीं स्टीव स्मिथ को टी20 में शामिल करने के फैसले की भी आलोचना की। इंग्लैंड के खिलाफ इस मैच में स्टीव स्मिथ कुछ खास नहीं कर पाये थे और महज 1 रन बनाकर आउट हो गये थे। वार्न ने इंग्लैंड के खिलाफ मिचेल मार्श को टीम से बाहर रखने और ग्लेन मैक्सवेल को पावरप्ले में बल्लेबाजी के लिये भेजने के फैसले पर भी सवाल उठाया और टीम मैनेजमेंट की आलोचना की।
वॉर्न ने इंग्लैंड के प्रदर्शन की जमकर तारीफ की और उन्हें एक बेहतर टी20 टीम बताया। वॉर्न ने इंग्लैंड की तारीफ करते हुए कहा कि वो बिल्कुल पाकिस्तान की तरह खेली हैं जो कि ग्रुप 2 में टॉप पर काबिज हैं और अब इंग्लैंड भी 3 मैच जीतकर टॉप पर पहुंच गई है। ऑस्ट्रेलिया की टीम के लिये इस हार का असर उनके नेट रन रेट पर भी देखने को मिल रहा है जिसके नेगेटिव में जाने के बाद वह तीसरे पायदान पर खिसक गई है।
जानें कहां-कहां हुई ऑस्ट्रेलिया से गलती
शेन वॉर्न का मानना है कि इंग्लैंड के खिलाफ इस मैच में अगर आपको एश्टन एगर को शामिल करना था तो आपको मिचेल मार्श को बाहर करने के बजाय स्टीव स्मिथ को बाहर करना चाहिये था।
उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ट्वीट करते हुए लिखा,'ऑस्ट्रेलिया की तरफ से मार्श को बाहर बिठाना बेहद निराशाजनक सेलेक्शन, इसके बाद आप मैक्सवेल को पावरप्ले में बल्लेबाजी के लिये भेज देते हैं (उन्हें हमेशा पावरप्ले के बाद आना चाहिये), स्टॉयनिस को उनकी जगह जाना चाहिये था, ऑस्ट्रेलियाई खेमे से बेहद खराब रणनीति और गेमप्लान। मैं स्मिथ को बहुत प्यार करता हूं लेकिन मुझे लगता है कि उन्हें टी20 टीम में नहीं होना चाहिये था, उनकी जगह मार्श को खेलना था।'
ऑस्ट्रेलिया को खेल बदलने की जरूरत
गौरतलब है कि सुपर 12 राउंड के दोनों ग्रुप में जो भी टीमें टॉप 2 पर रहेंगी वह सेमीफाइनल के लिये क्वालिफाई कर जायेंगी। अब ऑस्ट्रेलिया की टीम के लिये सेमीफाइनल में पहुंचने के लिये साउथ अफ्रीका और वेस्टइंडीज की चुनौती का सामना करना होगा, जिससे पार पानना आसान नहीं होगा।
वॉर्न ने आगे बात करते हुए लिखा,'इंग्लैंड की तरफ से आदर्श टी20 क्रिकेट देखने को मिली, उम्मीद है कि ऑस्ट्रेलिया अपनी गलतियों से सीख लेकर आगे बढ़े और बचे हुए मैचों में वैसा ही प्रदर्शन कर सके। इंग्लैंड और पाकिस्तान की टीम ने इस विश्वकप में दिखाया है कि कैसे टी20 क्रिकेट खेला जाता है। ऑस्ट्रेलिया को अपने खेलने के तरीके में बदलाव करने की जरूरत है और एक टीम के रूप में कैसे वापसी की जाये इस पर सोचने की दरकार है।'