नई दिल्ली। भारतीय घरेलू क्रिकेट के सबसे बड़े वनडे टूर्नामेंट विजय हजारे ट्रॉफी 2021-22 के सेमीफाइनल मैच शुक्रवार को जयपुर में खेले गये जहां पर तमिलनाडु की टीम ने सौराष्ट्र को आखिरी गेंद के थ्रिलर में 2 विकेट से हराकर एक बार फिर से फाइनल में जगह बना ली तो वहीं पर हिमाचल प्रदेश की टीम ने सर्विसेज को 77 रनों से रौंद कर कई सालों से चले आ रहे टीम के इंतजार को खत्म किया और पहली बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। हिमाचल प्रदेश की टीम ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 281 रनों का स्कोर खड़ा किया, जिसके जवाब में सर्विसेज की टीम 46.1 ओवर्स में 210 रन ही बना सकी और ऑल आउट हो गई।
जयपुर के सवाई मान सिंह स्टेडियम में खेले गये इस मैच में सर्विसेज की टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया और 8 रन के स्कोर पर हिमाचल प्रदेश की टीम का पहला विकेट हासिल कर अच्छी शुरुआत की। हालांकि यहां से प्रशांत चोपड़ा (78) और दिग्विजय रंगी (37) ने 74 रनों की साझेदारी कर टीम को मुश्किल से बाहर निकाला। सर्विसेज के लिये राहुल सिंह ने दिग्विजय का विकेट हासिल कर अपनी टीम की वापसी करायी और हिमाचल की टीम लड़खड़ा गई और अगले 24 रन में अपने 3 विकेट खो दिये।
यहां पर कप्तान ऋषि धवन (84) ने अपनी टीम की वापसी करायी और पहले प्रशांत चोपड़ा के साथ 88 रनों की साझेदारी की तो वहीं पर अकाश वशिष्ठ (45) के साथ 83 रन जोड़कर टीम को 281 रन के स्कोर तक पहुंचाया। निर्धारित 50 ओवर्स में हिमाचल प्रदेश की टीम ने 6 विकेट खोकर 281 रन का स्कोर खड़ा किया।
वहीं 282 रनों का पीछा करने उतरी सर्विसेज की टीम भी अच्छी शुरुआत नहीं कर सकी और महज 36 रन के स्कोर पर अपने दो विकेट खो दिये। वहीं बल्लेबाजी में 84 रनों का योगदान देने वाले कप्तान ऋषि धवन ने गेंदबाजी में शानदार प्रदर्शन किया और सर्विसेज की टीम के 4 विकेट हासिल कर अपनी टीम की जीत सुनिश्चित की। सर्विसेज के लिये रवि चौहान (45), कप्तान रजत पालिवाल (55), देवेंद्र लोहचाब (34), गहलौत राहुल सिंह (15) और अभिषेक तिवारी (14) ही दहांई का आंकड़ा पार कर सके।
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हिमाचल प्रदेश के लिये ऋषि धवन ने 8.1 ओवर्स में 27 रन देकर 4 विकेट अपने नाम किये तो वहीं पर सिद्धार्थ शर्मा (10 ओवर, 34 रन) और आकाश वशिष्ठ (5 ओवर, 28 रन) ने 2-2 विकेट चटकाये। इनके अलावा पंकज जायसवाल ने भी एक विकेट हासिल किया। गौरतलब है कि जहां पर तमिलनाडु की टीम ने सबसे ज्यादा (5) बार विजय हजारे ट्रॉफी का खिताब जीता है तो वहीं पर हिमाचल प्रदेश के लिये यह पहली बार होगा जब वो फाइनल में पहुंचेगी।