श्रीलंका के खिलाफ खेला था आखिरी टेस्ट मैच
हरभजन सिंह ने अपने टेस्ट करियर के दौरान 417 बल्लेबाजों को शिकार बनाया जिसमें 25 बार 5 विकेट हॉल हासिल किये तो वहीं पर 5 बार एक मैच में 10 विकेट हासिल किये। हालांकि हरभजन सिंह जब अगस्त 2016 में श्रीलंका के दौरे पर अपना आखिरी मैच खेलने उतरे तो उनका प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा। गाले के मैदान पर खेले गये इस मैच में हरभजन सिंह ने कुल 25 ओवर्स की गेंदबाजी की और 90 रन देकर सिर्फ एक विकेट ही हासिल कर सके। हरभजन सिंह की खराब गेंदबाजी और भारतीय टीम के कमजोर स्पिन अटैक के चलते ही भारतीय टीम इस मैच में पहली पारी में 192 रनों की बढ़त बनाने के बावजूद 63 रन से हार गई थी। श्रीलंका ने दूसरी पारी में 367 रनों का स्कोर खड़ा किया और भारत को जीत के लिये 176 रनों का लक्ष्य दिया, हालांकि भारतीय टीम चौथी पारी में 112 रन पर सिमट गई।
धोनी की कप्तानी में खेला था आखिरी वनडे मैच
टेस्ट क्रिकेट की तरह ही हरभजन सिंह के लिये उनके वनडे करियर का आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच भी काफी निराशाजनक रहा था और महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले गये इस मैच में भारतीय टीम को 214 रनों से हार का सामना करना पड़ा था। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गये इस मैच में साउथ अफ्रीकी टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और भारतीय गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाते हुए 50 ओवर्स में सिर्फ 4 विकेट खोकर 438 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। साउथ अफ्रीका के लिये क्विंटन डिकॉक (109), फाफ डुप्लेसिस (133) और एबी डिविलियर्स (119) ने शतकीय पारियां खेली और भारतीय बॉलर्स को पूरी तरह बैकफुट पर धकेला। वनडे क्रिकेट में 269 विकेट हासिल करने वाले हरभजन सिंह ने इस मैच में 10 ओवर्स की गेंदबाजी की और सिर्फ एक ही विकेट निकाल पाये। जवाब में भारतीय टीम 224 रन पर सिमट गई और उसे 214 रन से हार मिली।
एशिया कप 2016 में खेला था आखिरी टी20 मैच
अंतर्राष्ट्रीय टी20 क्रिकेट में हरभजन सिंह भले ही भारत की विश्वकप विजेता टीम का हिस्सा रहे हों लेकिन उन्हें करियर में ज्यादा मैच खेलने को नहीं मिले। वह भारत के लिये सिर्फ 28 टी20 मैचों में ही शिरकत कर सके जिसमें उन्होंने 25 विकेट अपने नाम किये। हरभजन सिंह ने अपना आखिरी टी20 मैच 2016 के एशिया कप में खेला जहां पर उन्हें सिर्फ एक ही मैच में मौका मिला। फाइनल मैच से पहले हरभजन को भारतीय टीम के आखिरी लीग मैच में यूएई के खिलाफ मौका मिला, जहां पर उन्होंने 4 ओवर्स में 11 रन देकर एक विकेट अपने नाम किया। इकॉनमी और औसत के हिसाब से हरभजन ने अच्छी गेंदबाजी की लेकिन इसके बावजूद उन्हें आखिरी मैच में मौका नहीं मिला। भारत ने फाइनल में बांग्लादेश को मात देकर खिताब अपने नाम जरूर किया लेकिन हरभजन सिंह को पूरे टूर्नामेंट में सिर्फ एक ही मैच में खेलते नजर आये।