क्रिकेट टीम में चुना जाने मेंरे करियर का सबसे यादगार दिन
वनडे और टेस्ट क्रिकेट में दुनिया के नंबर खिलाड़ी विराट कोहली एक आउडी कार के लॉन्च पर पहुंचे थे जहां पर उन्होंने 2008 में राष्ट्रीय टीम के लिए चुना जाने को अपने दिल के सबसे करीब रहने वाला पल बताया।
उन्होंने कहा, ‘मेरे लिये हमेशा वह पल जो खास रहेगा, वो है जब मैं भारतीय टीम में चुने जाने का था। मैं अपनी मां के साथ घर पर खबरें देख रहा था, मुझे कहीं से कोई खबर नहीं मिल रही थी और अचानक से मेरा नाम आया तो मुझे पता नहीं चला कि क्या करूं।'
चयन की खबर सुनकर दिमाग हो गया था सुन्न
विराट कोहली ने बताया कि जैसे ही टीवी पर उन्होंने अपने चयन की खबर सुनी वह हैरान रह गये और समझ नहीं पा रहे थे कि कैसे रिएक्ट करें।
उन्होंने कहा, ‘मैं हैरान हो गया, मुझे पता नहीं चल रहा था कि बैठ जाऊं, खड़ा हो जाऊं, दौड़ने लंगू या फिर कूदने लगूं। मुझे लगता है कि यही ऐसा क्षण रहेगा जो मेरा पसंदीदा पल होगा।'
भारत के लिये खेलना अपने आप में एक उपलब्धि
विराट कोहली ने साल 2008 में ही भारत की अंडर-19 विश्व कप टीम को विश्व कप दिलाया था, और इसी साल उन्होंने सीनियर टीम में जगह बनायी थी।
उन्होंने कहा, ‘जब आप राष्ट्रीय टीम के लिए खेलते हो तो टूर्नामेंट या सीरीज उपलब्धियां बन जाती हैं। लेकिन आपने जो कड़ी मेहनत की होती है, उसे देखते हुए आठ साल की उम्र से खेलना शुरू करते हुए अपने देश का प्रतिनिधित्व करना, ऐसा अहसास है जिसे आप दोबारा महसूस नहीं कर सकते।'
विराट कोहली ने बताया किस बात से मिलती है प्रेरणा
कोहली ने कहा, ‘राष्ट्रीय टीम के लिए शुरुआत करने वाला पल मेरे लिए अहम होगा क्योंकि इससे आपको इससे प्रेरणा मिलती है और इससे मेरे पैर जमीन पर रहते हैं और मुझे यह याद रहता है कि मैं कहां से आया हूं।'
इस शानदार बल्लेबाज ने वनडे में 11,000 से ज्यादा रन जुटाए हैं और टेस्ट में भी 7,000 से ज्यादा रन बना चुके हैं। उनका खेल के सभी तीनों प्रारूप में औसत 50 से ज्यादा का है। उनके टेस्ट और वनडे प्रारूप में मिलाकर 70 शतक हैं।