10 साल से जारी थी कवायद
टेस्ट चैंपियनशिप किसी दो देशों के बीच सामान्य टेस्ट सीरीज की तरह नहीं होगा। इस इवेंट में टेस्ट मैच खेलने वाली 9 टीमें शामिल हैं जो अगले दो साल तक अलग-अलग देश और वेन्यू पर टेस्ट क्रिकेट खेलेंगे। इस इवेंट के आखिरी मैच में इस चैंपियनशिप का विजेता घोषित किया जाएगा। ICC ने इस तरह के इवेंट की परिकल्पना साल 2009 में की थी। इसे साल 2010 में मंजूरी मिली, 2013 में ही इसके पहले संस्करण को मंजूरी भी मिली लेकिन इसे किसी कारणवश इसे 2017 तक के लिए स्थगित करना पड़ा। अंततः यह फैसला लिया गया कि अब यह चैंपियनशिप 1 अगस्त 2019 से 30 अप्रैल 2021 तक खेला जाएगा।
READ MORE: वर्ल्ड कप के 'हैंगओवर' से नहीं उबरा इंग्लैंड, लॉर्ड्स टेस्ट में बने 4 अजूबे रिकॉर्ड
आखिर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप है क्या
दो देशों के बीच होने वाले टेस्ट सीरीज को और भी दिलचस्प बनाने के लिए ICC ने इस इवेंट को कुछ नए नियमों के साथ इजाद किया है। टेस्ट चैंपियनशिप के इस इवेंट का पहला मुकाबला 1 अगस्त को खेला जाएगा। इंग्लैंड और ऑस्ट्रलिया के बीच होने वाली एशेज सीरीज के पहले टेस्ट मैच से इस इवेंट का आगाज होगा। यह टेस्ट मैच एजबेस्टन में खेला जाएगा। ODI की तरह इस चैंपियनशिप में खिलाड़ी की जर्सी पर उनके नाम के साथ उनका जर्सी नंबर भी लिखा होगा। हाल में इंग्लैंड टीम के कई खिलाड़ियों ने अपनी इस नई जर्सी में तस्वीरें भी पोस्ट की थीं।
READ MORE : शुबमन गिल को टीम इंडिया में कब मिलेगी जगह, मुख्य चयनकर्ता ने दिया जवाब
कौन सी टीमें कहां और कैसे खेलेंगी
ICC के इस मेगा इवेंट में टेस्ट रैंकिंग में शामिल टॉप 9 टीमें भाग लेंगी। भारत, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान,न्यूजीलैंड, श्रीलंका, विंडीज और बांग्लादेश इस इवेंट की मुख्य टीमें होंगी। एशेज के अलावा विंडीज और भारत के बीच होने वाला दो टेस्ट मैच भी इस चैंपियनशिप का हिस्सा होगा। दो साल के इस मेगा इवेंट के दौरान सभी 9 टीमों को 3 मैच घरेलू सरजमीं पर और 3 विदेश में खेलने होंगे। इस चैंपियनशिप के तहत खेले जाने वाली सीरीज में टीमों को कम से 2 और अधिक से अधिक से अधिक 5 टेस्ट खेलने होंगे।
टेस्ट चैंपियनशिप में कब-कब हैं भारत के मैच
टीम इंडिया इस इवेंट में विंडीज के दौरे पर (अगस्त 2019) 2 टेस्ट खेलेगी वहीं घरेलू दौरे पर अक्टूबर-नवंबर (2019) में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 3 टेस्ट मैच खेलेगी। नवंबर में बांग्लादेश के खिलाफ घरेलू मैदान पर 2 टेस्ट मैच की सीरीज आयोजित होगी। फरवरी 2020 में टीम इंडिया, न्यूजीलैंड के दौरे पर जाएगी जहां दो टेस्ट मैच खेलेगी। दिसंबर 2020 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चार टेस्ट मैच खेलेगी। जनवरी-फरवरी (2021) में भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर 5 टेस्ट मैच खेलेगी।
कैसे दिए जाएंगे अंक
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में हर एक टेस्ट सीरीज 120 अंकों का होगा। अगर टेस्ट सीरीज 2 मैचों का है तो हर एक मैच 60 अंकों का होगा। 3 टेस्ट के सीरीज होने पर 40 अंकों का, 4 टेस्ट मैच का होने पर 30 अंकों का वहीं 5 टेस्ट मैच की सीरीज होने पर हर एक मैच 24 अंकों का होगा। सीरीज के मैचों की संख्या के मुताबिक जीतने वाली टीम को अंक मिलेंगे। 2 मैच की सीरीज में जीतने वाली टीम को 60 अंक मिलेंगे। टाई मैच के लिए 30 अंक और मैच के ड्रॉ होने की स्थिति में 20 अंक मिलेंगे। हारने वाली टीम को कोई भी अंक नहीं मिलेगा। टेस्ट सीरीज के कुल मैचों के मुताबिक जीत, टाई और ड्रॉ के अंक बांटे जाएंगे। इस इवेंट में एक टीम के पास अधिकतम 720 अंक हासिल करने का मौका होगा। दो साल के अंत में प्वाईंट्स के मुताबिक दो बेस्ट टीमों के बीच इंग्लैंड में जून 2021 में फाइनल मुकाबला खेला जाएगा। टीम इंडिया इस चैंपियनशिप में 22 अगस्त को विंडीज में अपना पहला मैच खेलेगी।
READ MORE : क्या है आईसीसी हॉल ऑफ फेम, कैसे इसमें शामिल होते हैं क्रिकेटर्स