नई दिल्ली। जापान की राजधानी टोक्यो में खेले गये ओलंपिक खेलों में दुनिया भर के खिलाड़ियों ने हिस्सा लेकर कई सारे इतिहास और रिकॉर्ड अपने नाम किये, इसमें दुनिया भर के महिला और पुरुष एथलीट भी शामिल हैं। इसमें कनाडा की महिला फुटबॉल टीम भी शामिल हैं जिन्होंने ओलंपिक के इतिहास में पहली बार अपने देश के लिये गोल्ड मेडल जीता है। कनाडा की महिला फुटबॉल टीम ने स्वीडन को पेनाल्टी शूट आउट मैच में 3-2 से हराकर अपने देश के लिये पहला गोल्ड मेडल जीता।
स्वीडन और कनाडा के बीच खेले गये इस मैच में दोनों टीमों ने 1-1 गोल लगाकर मैच को बराबरी पर रोका, जिसके बाद मैच एक्सट्रा टाइम में चला गया। जब मैच का नतीजा एक्सट्रा टाइम में गया तो जूलिया ग्रोसो ने अपने दिमाग को शांत रखा और कनाडा की ओर से पदक जीतने के लिये मिले निर्णायक पेनाल्टी को बचाने में कामयाब रही। कनाडा की टीम ने मैच जीतकर अपने देश के लिये महिला टीम का पहला फुटबॉल गोल्ड मेडल हासिल किया।
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कनाडा की टीम ने 2012 के लंदन और 2016 के ओलंपिक खेलों मे ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया था, हालांकि टोक्यो 2020 में उनकी टीम ने वो कर दिखाया जिसका उन्हें वर्षों से इंतजार था। स्वीडिश टीम ने फाइनल मैच के 120 मिनट तक दबाव को बनाकर रखा और जबरदस्त टक्कर दी, हालांकि पेनाल्टी शूटआउट में जैसे ही उनकी टीम एक गोल करने से चूक गई वैसे ही उनकी पूरी टीम बिखर गई और मैदान पर आंसू से भर गई।
वहीं पर कनाडाई खिलाड़ियों ने सेमीफाइनल मैच में पदक के सबसे बड़े दावेदार अमेरिकी टीम को हराकर सभी को हैरान किया और फाइनल मैच में भी उसी आत्म-विश्वास और ताकत के साथ मैदान पर उतरे और जबरदस्त डिफेंस का प्रदर्शन किया। उल्लेखनीय है कि कनाडा की जेसी फ्लेमिंट ने पेनाल्टी के जरिये अमेरिका के खिलाफ जीत हासिल की।
ओलंपिक के इस फाइनल मैच में स्टीना ब्लैकस्टेनियुस ने स्वीडन की टीम को 34वें मिनट में गोल दागकर बढ़त दिलाई। हालांकि कोसोवारे असलानी ने गेंद का बचाकर स्वीडन को दूसरे गोल की बढ़त लेने से रोक दिया। इस बीच फ्लेमिंग ने 67वें निनट में गोल दागकर कनाडा की टीम को बराबरी पर ला खड़ा किया।
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स्वीडन की टीम ने ज्यादातर समय तक मैच में डोमिनेट किया और 30 मिनट के एकस्ट्रा टाइम में भी वो आगे रहे, हालांकि पेनाल्टी शूटआउट में वो खुद पर दबाव बना बैठे। स्वीडन की सबस्टीट्यूट लिना हर्टिंग दो बार गोल दागने के करीब पहुंची लेकिन कनाडा की टीम ने लगातार ब्लॉक कर बढ़त हासिल करने से रोक दिया और ऐसी चुनौती को पार करते हुए मैच को पेनाल्टी शूट आउट में ले गये।
बेस्ट ऑफ 5 के इस मैच में स्वीडन की टीम ने 2 गोल लगाये तो वहीं पर कनाडा के लिये डीन रोज ने मैच का सबसे शानदार गोल डालते हुए टॉप कॉर्नर पर गोल लगाया और अपने देश के लिये फुटबॉल का पहला गोल्ड मेडल अपने नाम कर इतिहास रच दिया।